हरिद्वार, 6 मार्च। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय एवं हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में 580 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। देश के विभिन्न राज्यों के साथ स्पेन, हॉलैंड, स्विटजरलैंड, जापान, जर्मनी, कनाडा, लंदन, ऑस्ट्रेलिया, स्वीडन से भी प्रतिभागी शामिल हुए। अंतर्राष्ट्रीयस्तर पर पहली बार आयोजित किए सेमिनार में एलोपैथिकएवं आयुष पद्धति के छात्र छात्राओं को एक साथ वैदिक शरीर रचना एवं मॉडर्न एनाटॉमी विषय पर विस्तृत जानकारियां प्रायोगिक रूप से दी गई।
सेमिनार के आयोजन के लिए उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डा.सुनील कुमार जोशी ने आयोजन सचिव शरीर रचना विभागाध्यक्ष डा.नरेश चैधरी को विश्वविद्यालय की ओर से विशेष रूप से सम्मानित किया। डा.सुनील कुमार जोशी ने कहा कि डा.नरेश चैधरी ने आयुष विभाग का गौरव बढ़ाया है। इससे अन्य संकाय सदस्यों में भी प्रतिस्पर्धा उत्पन्न होगी। डा.नरेश चःधरी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर का आयोजन कर उन्हें जो आत्म संतुष्टि प्राप्त हुई है वह उनके लिए सबसे बड़ा सम्मान है।
इस अवसर पर उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति डा.सुनील कुमार जोशी, उत्तराखंड हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति डा.हेमचंद्र पांडे, दून मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभागाध्यक्ष डा.महेंद्र कुमार पंत, कुलसचिव डा.अनूप कुमार गक्खड़, परिसर निदेशक डा.डी.सी. सिंह, आयुर्वेद एवं यूनानी सेवा निदेशक डा.अरुण त्रिपाठी, डा.वी.के. अग्निहोत्री, डा.अरुण कौशिक, सभी विभागाध्यक्ष, समस्त संकाय सदस्यों के साथ लंदन से डा.वेंकट ऐन जोशी, डा.रघु एन शर्मा , मेलबर्न से डा.विनीता शर्मा, कनाडा से डा.हरीश वर्मा, स्वीडन से सुश्री स्टीना एंडरसन, स्पेन से क्रिस्टन, जर्मनी से टक्की ओशीबुर्ची, राजकुमार आदि उपस्थित रहे।