कमल खडका
हरिद्वार, 13 अक्टूबर। त्यौहारी सीजन में गंगा बंदी किए जाने से आक्रोशित बड़ा बाजार व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष राजू वधावन के नेतृत्व मे व्यापारियों न उतराखंड सरकार, सिचाई विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। राजू वधावन ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण किए गए लाॅकडाउन में हरिद्वार का आर्थिक रूप से टूट चुका है। ऐसे में सरकार ने हिटलर शाही का परिचय देते हुए गंगा बंदी करने का निर्णय लिया है। सरकार के इस निर्णय की उसकी जितनी निंदा की जाए कम है
व्यापार मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष हिमांशु शर्मा व व्यापारी नेता आशीष शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि गंगा बंदी का निर्णय करने से पहले से ही बेहद खराब हालात का सामना कर रहे व्यापारियों की राय तक नहीं ली गयी। गंगा सभा एंव सामाजिक संस्थाओं से भी कोई विचार विमर्श नहीं किया गया। ठेकेदारों से साठंगांठ कर व्यापारी विरोधी फरमान जारी कर दिया गया। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। बडा बाजार व्यापार मंडल के अध्यक्ष अरुण अग्रवाल व महामंत्री राघव मित्तल ने कहा कि गंगा बंदी दीपावली के बाद होनी चाहिए।
उन्हांेने सरकार पर आरोप लगाया कि हिंदुत्व की बात करने वाली सरकार हिंदुओ पर ही अत्याचार कर रही है। जिस हरिद्वार में गंगा बंदी हमेशा दशहरे पर होती आई है। अब क्या कारण रहा कि गंगा बंदी 10 दिन पूर्व किस षडयंत्र के साथ की जा रही है। प्रदर्शन में करने वालों में मुख्य रूप से आदेश मारवाडी, वेदप्रकाश, सुमित शर्मा, मुकुट बिहारी, बंटी, अरोड़ा, नरेश, विशाल अग्रवाल, अनूप महेश्वरी, लाली, मुकेश पांडे, रिंकू, उमेश तलवार, ललित खन्ना, सत्तेंद्र वर्मा आदि शामिल रहे।