देवस्थानों की गरिमा बनाए रखने के लिए अभियान शुरू करेगी अखाड़ा परिषद
हरिद्वार, 26 सितम्बर। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने श्रद्धालुओं से देवस्थानों की गरिमा बनाए रखने की अपील की है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि देवस्थानों को पिकनिक स्थल बनाए जाने से देवी देवता रूष्ट हो रहे हैं। जिससे उत्तराखंड समेत पूरे देश को आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि देवस्थानों की गरिमा बनाए रखने के लिए अखाड़ा परिषद की और से शीघ्र ही अभियान शुरू किया जाएगा। अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी और तमाम वरिष्ठ संत अपने भक्तों को तीर्थ की गरिमा के अनुरूप व्यवहार करने के लिए जागरूक करेंगे।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और हरिद्वार प्रमुख आध्यात्मिक नगर है। बद्रीनाथ धाम में भगवान विष्णु और केदारनाथ धाम में भगवान शिव साक्षात विराजमान हैं। देखने में आ रहा है कि उत्तराखंड सहित पूरे देश में स्थित देवस्थानों की यात्रा के दौरान श्रद्धालु पिकनिक स्थल जैसा व्यवहार कर रहे हैं। देवस्थलों पर अमर्यादित व्यवहार से देवी देवता रूष्ट हो रहे हैं। जिसका परिणाम आपदा के रूप में सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि धर्म और देवस्थलों की रक्षा करना अखाड़ा परिषद का दायित्व है।
अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर देवस्थानों पर शराब और मांस की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए कानून लागू करने की मांग करेंगे। उन्होंने श्रद्धालुओं से भी तीर्थयात्रा के दौरान धार्मिक नियमों का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि मर्यादित आचरण से ही तीर्थ यात्रा और देव दर्शन का पुण्य फल प्राप्त होता है। इसलिए किसी भी देवस्थान पर जाएं तो धर्मानुकुल आचरण करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।