तनवीर
हरिद्वार, 23 जनवरी। पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार ने कहा कि बीएआरसी के तत्कालीन सीईओ पार्थो दासगुप्ता व अर्णब गोस्वामी के बीच हुई बातचीत देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। आखिर इतनी संवेदनशील और गोपनीय सूचना जो प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृहमंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार समेत पांच लोगों के पास रहती है। वह सूचना अर्णव गोस्वामी तक कैसे पहुंची। इसकी जांच क्यों नहीं हो रही है। अर्णव और पार्थो दासगुप्ता के बीच हुई चैट को लेकर और उसकी कॉपी के आधार पर पड़ोसी देश पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत को कटघरे में खड़ा किया है।
पाकिस्तान ने आरोप लगाए हैं कि इन तथ्यों के आधार पर यह प्रमाणित है कि पुलवामा कांड भारत ने ही कराया था, पाकिस्तान का उसमें कोई हाथ नहीं था। इसके विपरीत तथाकथित देश भक्तों की सरकार देश की सुरक्षा के साथ हुई खिलवाड़ के खिलाफ खामोश है। केंद्र सरकार को जवाब देना चाहिए और स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि जो दावे अर्णव गोस्वामी ने केंद्रीय मंत्रियों के बारे में किए उनका सच क्या है।
बात बात पर एनआईए, ईडी, सीबीआई जांच कराने वाली भाजपा सरकार की चुप्पी यह साबित करती है कि भाजपा की सरकार और अर्णव गोस्वामी की जुगलबंदी है। हम राहुल गांधी की मांग का समर्थन करते हैं और इस संवेदनशील राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी हुई इस सूचना के लीक करने वाले व्यक्ति को जेल भेजा जाए।