अमरीश
सरकार पर लगाया टालमटोल करने का आरोप
हरिद्वार, 19 अक्टूबर। श्री गुरु नानक देव जी धर्म प्रचार कमेटी के संयोजन में सिख समाज के लोगों ने गुरूद्वारा ज्ञान गोदड़ी मूल स्थान की प्राप्ति के लिए अलकनंदा होटल के सामने धरना प्रदर्शन किया और सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से जिला अधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया। सिख समाज का कहना है कि उत्तराखंड सरकार सिख समाज को नजर अंदाज कर रही है।
लंबे समय गुरूद्वारा ज्ञान गोदड़ी मूल स्थान प्राप्ति की मांग कर रहे सिख समाज को बार बार आश्वासनों के सहारे टाला जा रहा है। सरकार कहती है कि हरकी पैड़ी के समीप कोई जगह नहीं है। जबकि यूपी सरकार को बहुमंजिला होटल बनाने के लिए जमीन दे दी जाती है। सिख समाज के साथ लगातार नाइंसाफी हो रही है।
श्री गुरूनानक धर्मप्रचार कमेटी के अध्यक्ष सतपाल सिंह चौहान ने कहा कि सिख समाज 37 सालों से गुरद्वारा ज्ञान गोदड़ी मूल स्थान की प्राप्ति के लिए शांतिपूर्वक आदंोलन कर रहा है। लेकिन शासन प्रशासन सिख समाज की भावनाओं की अनदेखी कर रहे हैं। सतपाल सिंह चैहान ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरूद्वारा ज्ञान गोदड़ी के समाधान के लिए शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था। कमेटी की बैठकें भी हुई लेकिन सिख समाज की मांगों का कोई निस्तारण नहीं हो पाया है।
टालमटोल व झूठे आश्वासन देकर मामले को लटकाए रखा गया, कमेटी चार साल में भी समस्या का कोई समाधान नहीं कर पायी। उन्होंने आरोप लगाया कि सिख समाज को उत्तराखंड में इंसाफ नहीं मिल रहा है। अनूप सिंह सिद्धू ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार एक तरफ कहती है कि गुरूद्वारा निर्माण के लिए हरकी पैड़ी के समीप कोई जमीन उपलब्ध नहीं है। दूसरी और यूपी सरकार को अलकनंदा होटल के नजदीक बहुमंजिला होटल बनाने के लिए जगह दे दी जाती है। जिस पर कई मंजिला होटल तैयार भी हो चुका है।
बाबा पंडित ने कहा कि सिख समाज 37 साल से लगातार गुरूद्वारा ज्ञान गोदड़ी के लिए सघर्ष कर रहा है। लेकिन सरकार सिख समाज की मांगों को अनदेखा कर रही है। सुखदेव सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की नीयत साफ नहीं है। सिख समाज को लगातार गुमराह किया जा रहा है। उत्तराखण्ड में अब तक जो भी सरकारें आयी सिख समाज की मांगों को पूरा करने में नाकाम रही हैं। सिख समाज इसे अब बर्दाश्त नहीं करेगा। यदि गुरुद्वारे के लिए स्थान नहीं दिया गया तो सिख समाज उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा।
धरना प्रदर्शन करने वालों में हरभजन सिंह, बलविंदर सिंह, उज्जल सिंह, हरभजन सिंह बाजवा, लाहोरी सिंह, सोनू सिंह, सरदारा सिंह, तेज सिंह, जसविंदर सिंह बराड,़ विक्रम सिंह, हरजोत सिंह, सुरेंद्र सिंह, हरप्रीत सिंह, हरजीत सिंह, बाबा ज्ञानी, परगट सिंह, देसा सिंह, मालक सिंह, साहिब सिंह, अर्शदीप सिंह, गुरजंट सिंह, योगराज सिंह, गुरजिंदर सिंह, मस्तान सिंह, सचदेव सिंह, हरजोत सिंह, जुझार सिंह, जोधा सिंह आदि सहित बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग शामिल रहे।