कमल खडका
हरिद्वार, 23 जुलाई। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता मनीष कर्णवाल ने प्रैस का जारी बयान में कहा है कि जांच टीम की रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि विगत दिनों हर की पैड़ी के निकट आकाशीय बिजली से नहीं बल्कि भूमिगत गैस पाइपलाइन बिछाने का काम कर रही कार्यदायी संस्था और संबंधित अधिकारियों की घोर लापरवाही के कारण प्राचीन दीवार ढह गई। मनीष कर्णवाल ने आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा कराई गई जांच के बाद अब दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारी अभी तक अपने पदों पर बने हुए हैं।
लाॅकडाउन के कारण सोमवती अमावस्या के स्नान पर्व पर भीड़ नहीं थी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। लेकिन इससे दोषियों का अपराध कम नहीं हो जाता। अभी तक इतनी बड़ी लापरवाही पर दोषियों के खिलाफ न तो मुकदमा दर्ज हुआ और ना ही प्राथमिक स्तर पर विभागीय कार्यवाही की गई। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार के हुक्मरान ठेकेदार और अधिकारियों को संरक्षण दे रहे हैं। कार्यदायी संस्था तथा पावर कार्पोरेशन के अधिकारियों ने लोक निर्माण विभाग द्वारा भूमिगत लाईन के लिए सड़क खोदने हेतु शर्तें व गाइडलाइन तय की गई थी, जिनकी धज्जियां उड़ाई गई और मनमाने ढंग से काम किया जा रहा है।
शहरी क्षेत्र में 100 मीटर खोदने के बाद लाईन डालकर गड्ढा भरने पर ही आगे की खुदाई होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। सब देख रहे हैं कि शर्तों का उल्लंघन कर पूरे शहर की सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे बना दिए गए हैं, जो हादसों का कारण बन गए हैं। गाइडलाइन के अनुसार मानसून सीजन में 15 जून के बाद सड़क की कटिंग व गड्ढे नहीं खोदे जाने थे और 26 जून से पहले सभी गड्ढों को भरना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
जुलाई में भी कटिंग व गड्ढे खोदने का काम बदस्तूर जारी है। इससे साफ होता है कि ठेकेदार को उच्च स्तर का संरक्षण प्राप्त है और मनमानी करने की छूट मिली हुई है। यह भी शिकायतें आ रही हैं कि चार से पांच फिट के स्थान पर कम गहराई में लाईन बिछाकर अधिक लाभ अर्जित करने की छूट भी दी जा रही है। यह मामला भी जांच का विषय है।