तनवीर
हरिद्वार, 7 अप्रैल। इलेक्ट्रोहोम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन के सौजन्य से बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिकल साइंस एंड कैंसर रिसर्च सेंटर में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर जागरूकता विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में इंस्टीट्यूट की छात्रा शिंवाकी कल्याण ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्व भर में सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है।
आज के दिन विश्व में व्याप्त अनेकों बीमारियों जैसे पोलियो, मलेरिया, कुष्ठ रोग, नेत्रहीनता, टीबी, कैंसर, एड्स, हिपेटाइटिस, हदय रोग आदि के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए इ.एम.ए. के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.के.पी.एस चौहान ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस बहुत महत्वपूर्ण दिवस है। इसे 1950 से पुरी दुनिया में मनाया जा रहा है। बीमारियों के प्रति आमजन में जागरूकता लाना ही सभी चिकित्सकों की अहम जिम्मेदारी है। डा. चैहान ने कहा कि सभी बीमारियों में सबसे पहले लीवर ही प्रभावित होता है और लीवर की गड़बड़ी से अन्य रोग पैदा होते है।
रोगों से बचाव के लिए अपनी दिनचर्या में जल का सेवन अधिक से अधिक करें। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रोहोम्योपैथी का उपयोग बीमारी पैदा होने से पहले भी और बीमारी पैदा होने के बाद भी जरूरी है। इलेक्ट्रोहोम्योपैथी का कोई साईड इफेक्ट भी नही है। गोष्ठी में मंजुला होलकर, शमां प्रवीण, हीना कुशवाहा, शिवांकी कल्याण, लक्ष्मी कुशवाहा, साहिल कश्यप, विनीत सहगल, ईशा चौहान, गुलाम साबिर, अशोक कुमार, सुनील अग्रवाल, संजय मेहता, बी.बी. कुमार, हरबंश सिंह, एम.टी. अंसारी, वी.एल. अलखनिया, आवेश चौहान, सुबोध चौहान आदि ने विचार व्यक्त किए।