कमल खडका
हरिद्वार, 9 अक्टूबर। आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता हेमा भण्डारी ने कहा कि जल इंसान की प्रमुख आवश्यकताओ में से एक है। लेकिन विश्व की आध्यात्मिक नगरी ओर गंगा तट पर बसे हरिद्वार में बड़ी संख्या में घरों में पानी का नल नही है। यह हाल तब है जब पूरे एशिया का अकेला दो तिहाई पानी उत्तराखंड में है। माॅडल कालोनी स्थित कार्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए हेमा भण्डारी ने कहा कि अजीब विडम्बना है कि उत्तर भारत के लोगों की प्यास बुझाने वाले उत्तराखण्ड में लोग पानी के मोहताज हैं।
प्रदेश में पानी की समस्या कोई नई समस्या नहीं है। प्रदेश में अब तक जितनी भी सरकारें आयी समस्या से वाकिफ होने बावजूद किसी ने भी इस समस्या के समाधान को लेकर गंभीरता नहीं दिखायी। अकेले हरिद्वार में बड़ी संख्या में लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़़ रहा है। लोगों को पानी उपलब्ध कराने में नाकाम रही वर्तमान सरकार अब मीटर लगा कर पानी की खपत के आधार पर भुगतान की तैयारी कर रही है।
हेमा भण्डारी ने प्रेस वार्ता में कहा कि सरकार ने जल जीवन मिशन योजना के तहत गांव के लोगों को पानी उपलब्ध कराने की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में गर्मी व सर्दी के मौसम में जल संकट बना रहता है। भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टियां जल संकट की समस्या को आज तक समाधान नहीं कर पायी हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष गर्मी के मौसम में लोगों को जलापूर्ति के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है।
बिना मोटर के पानी की आपूर्ति नहीं हो पाती है। सरकार हैण्डपम्प की व्यवस्थाओं को भी लागू करने में समर्थ नहीं है। जल ही जीवन का मुख्य आधार है। लेकिन धर्मनगरी के लोगों को जल आपूर्ति ना मिलना प्रदेश सरकार की नाकामी को दर्शा रहा है। प्रैसवार्ता में पूर्व जिला सचिव अनिल सती व सोशल मीडिया प्रभारी पुलकित गोयल भी मौजूद रहे।