तनवीर
समाजवादी लोहिया वाहिनी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष चंदशेखर यादव ने कहा है कि कोरोना महामारी और लगभग एक तिहाई प्रदेश में फैली बाढ़ विभीषिका को देखते हुए सरकार द्वारा इन परीक्षाओं का आयोजन किसी भी दशा में छात्रों और समाज के हित में नहीं है।सरकार द्वारा सितंबर माह में आयोजित होने वाली जेईई तथा नीट की परीक्षा कोरोना महामारी और प्रदेश में फैली बाढ़ विभीषिका को देखते हुए किसी भी दशा में छात्रों और समाज के हित में नहीं है।
इसे स्थगित करके सरकार को संवेदनशीलता का परिचय देना चाहिए क्योंकि लाखों परीक्षार्थियों के आवागमन से महामारी संक्रमण का खतरा है।कि दोनों परीक्षाओं में लगभग 23 लाख परीक्षार्थी हैं और सभी के पास आवागमन के निजी संसाधन नहीं हैं। लगभग 66 जिलों में परीक्षा केन्द्र बनाये गए हैं। ऐसी स्थिति में छात्रों को 150 से 200 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ सकती है। सभी शहरों में टैक्सियों की भी व्यवस्था नहीं है।
कोरोना के साथ साथ आर्थिक तंगी झेल रहे गरीब छात्रों पर आर्थिक बोझ के साथ महामारी संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ जाता है क्योंकि सोशल डिस्टेन्सिंग के अतिरिक्त सैनिटाइजेशन का सर्वथा अभाव रहेगा। उन्होंने कहा कि केवल इतना ही नहीं बल्कि बहुत से छात्र कोरोना के कन्टेन्टमेन्ट जोन से भी हो सकते हैं जिन्हे भी परीक्षा देना मजबूरी बन जायेगा इसमे सरकार की हठधर्मिता ही कही जायेगी क्योंकि प्रदेश की परिस्थितियों के साथ साथ उसके द्वारा जनहित की भी अनदेखी की जा रही है।
उन्होंने सरकार से माँग की कि इन परीक्षाओं को तत्काल स्थगित करके लाखों छात्रों की ऊहापोह की स्थिति को समाप्त किया जाये,और आज लखनऊ में समाजवादी साथियों पर बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज की घोर निंदा की और माननीय राष्ट्रपति महोदय से उत्तर प्रदेश सरकार की बर्खास्त की मांग करी,