ज्वालापुर को कुंभ क्षेत्र से बाहर किए जाने व उपेक्षा के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिया धरना

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तनवीर

हरिद्वार, 6 दिसंबर। ज्वालापुर को कुंभ मेला क्षेत्र से बाहर रखने व क्षेत्र की लगातार उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाते हुए यूथ कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन किया। अंसारी मार्केट में आयोजित धरने को संबोधित करते हुए यूथ कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता वरुण बालियान व अंकित चैहान ने कहा की धार्मिक भावनाओं का फायदा उठाकर बनी सरकार को आमजन की समस्या से कोई लेना देना नहीं है। सरकार ने ज्वालापुर को कुंभ क्षेत्र बाहर कर निंदनीय कार्य किया है। जिसे लेकर ज्वालापुर के लोगों में भारी रोष है। चुनाव में सरकार को इसका खामियाजा उठाना पड़े़गा।

पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार ने कहा कि ज्वालापुर को कुंभ मेला क्षेत्र से बाहर किए जाने के सरकार के फैसले की निंदा करते हुए कहा कि ज्वालापुर की पूरी तरह उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि कहने को ज्वालापुर हरिद्वार नगर का हिस्सा है। परंतु कुंभ हो या निगम सबसे अधिक राजस्व देने के बावजूद ज्वालापुर की उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुंभ के दौरान ज्वालापुर से ही संतों की सबसे पहली पेशवाई निकलती है। लेकिन भूमिगत विद्युत लाइन योजना का कार्य अब शुरू हुआ है। नालों की हालत पशुपालको के लिए गोबर निकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण सीवर चैक होने बाजारों में गंदा पानी बहता रहता है। जनसंख्या के अनुपात में ज्वालापुर में सफाई कर्मचारियों की संख्या बहुत है। नए विकसित हुए क्षेत्रों में नियमित सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। चारों ओर कूड़ा व गंदगी फैली रहती है। जिससे स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ रही है।

बरसाती पानी के निकासी के कोई इंतजाम नहीं है। गरीबों को घर और सब्जी फल बेचने वालों को स्थाई जगह आज तक उपलब्ध नहीं करायी गयी। पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं होने से ऑटो व ई रिक्शा की भीड़ से जाम की स्थिति बनी रहती है। जिससे खरीदारी के लिए आने वालों की परेशानी उठानी पड़ती है और व्यापार भी प्रभावित होता है। धर्म की दुहाई देने वाली सरकार के राज में गली गली स्मैक व शराब बेची जा रही है। बड़ी और घनी आबादी होने के बावजूद ज्वालापुर में चिकित्सा सुविधा के पर्याप्त इंतजाम तक नहीं है। चिकित्सा सुविधा के नाम पर मात्र एक सीएचसी है।

नगर निगम का उप कार्यालय तक नहीं है। सुभाष नगर को हाईवे से जोड़ने वाला पुल भी नहीं बनाया जा रहा है। नए क्षेत्रों के विकास के बावजूद पेयजल के लिए नलकूप का इंतजाम तक नहीं है। देवपुरा चैक से आगे सप्तऋषि क्षेत्र तक को साप्ताहिक बंदी से मुक्त रखा गया है। लेकिन ज्वालापुर के बाजारों पर साप्ताहिक बंदी का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की तमाम समस्याओं से जूझ रहे ज्वालापुर को मुक्ति दिलाने के लिए बड़े पैमाने पर जनजागरण अभियान चलाया जाएगा।

मुरली मनोहर, नईम कुरैशी, मकबूल कुरैशी, इसरार अहमद, पार्षद प्रतिनिध रवि बहादुर, धर्मपाल प्रधान, सुनील कुमार, अमन गर्ग आदि ने भी विचार रखे। इस दौरान महेश प्रताप राणा, शाहनवाज कुरैशी, नोमान अंसारी, मेहरबान खान, पार्षद तहसीन, पार्षद जफर अब्बासी, पार्षद सद्दीक, इम्मी, रफी खान, मोहित चैधरी, नितिन कौशिक, सचिन कुमार, शाहनवाज खान, जहरूदीन, आयुष सैनी, विजय कुमार, सुनील कुमार, शहफुल अंसारी, चिंटू, अज्जू खान, मनजीत नौटियाल आदि सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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