राकेश वालिया
हरिद्वार, 28 मार्च। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर एवं श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि मां श्री दक्षिण काली अपने भक्तों का जीवन भवसागर से पार लगाती है। जो श्रद्धालु श्रद्धाभाव से मां दक्षिण काली की आराधना करते हैं। मां की कृपा से उनके सभी कष्ट व संताप दूर हो जाते हैं। नवरात्रों में मंदिर में चले रहे विशेष अनुष्ठान के दौरान श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि मां की महिमा अपरंपार है। नवरात्र में माता भगवती भक्तों पर अपार कृपा बरसाती हैं। नवरात्रों में नौ दिनों तक पूर्ण विधि विधान से देवी भगवती की पूजा आराधना और ध्यान करें। देवी भगवती के सभी नौ स्वरूप परम् कल्याणकारी हैं।
देवी के सभी नौ स्वरूपों का पूजन करने से श्रद्धालु भक्त का कल्याण होता है। मां जगदम्बा की कृपा से साधक के सभी कष्ट दूर होते हैं और वैभव व सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा सुख मां के चरणो में हैं। नवरात्रों में देवी भगवती की आराधना करने के साथ आपको जन्म देने वाली अपनी मां का सम्मान भी करें और प्रतिदिन माता पिता से आशीर्वाद प्राप्त करें। इस दौरान स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी, स्वामी कृष्णानंद ब्रह्मचारी, आचार्य पवनदत्त मिश्र, प्रमोद पांडे, लाला बाबा, मुख्य पुजारी स्वामी विवेकानंद, सुधीर पांडे सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।