कमल खडका
हरिद्वार 19 दिसंबर। खाली सडको पर वाहन खडे करने वालो का कब्जा जारी चैपहिया वाहन मालिक खाली सडको पर अपने वाहनो को अनाधिकृत रूप से प्रयोग कर रहे है। सडको के किनारे पर दर्जनो वाहन खडे करने से यातायात पर प्रतिकुल असर पड रहा है। आये दिन लोगो की नोकझोक वाहन खडे करने को लेकर होना आम बात हो रही है। नीजि वाहनो की बढती संख्या पार्किग स्थल ना होना ज्वालापुर उपनगरी एंव हरिद्वार की सडको की सबसे बडी समस्या बनती जा रही है।
खाली सडके वाहन पार्किग के रूप मे इस्तेमाल किये जाने के चक्कर मे आये दिन ऐसे स्थल विवाद का केन्द्र बनते जा रहे है। कुछ वाहन स्वामी खाली सडको पर जबरदस्ती घंटो के हिसाब से अपने वाहनो को सडको के किनारे लगा जाते है। अघिकांश खाली स्थल वाहन पार्किग को लेकर विवाद को उत्पन्न कर रहे है। ज्वालापुर के जटवाडा पुल, ऊची सडक, आर्यनगर चैक,रेलवे चैकी मार्ग,प्रेम नगर नये पुल, के अलावा बंद पडे अशोका टाॅकिज स्थल पर अनाधिकृत रूप से दर्जनो चैपहिया वाहन घंटो के हिसाब से खडे रहते है। अपर रोड, हरकी पौड़ी भी अनाधिकृत वाहनों की चपेट में है। व्यापारी संजय त्रिवाल का कहना है कि कुंभ निधि से खाली पड़ी सरकार की भूमि पर पार्किंग स्थल बनाये जाने चाहिये। बाहर से आने वाले यात्रियों व श्रद्धालुओं को सुविधाये ंमिल सकें।
जबकि कुछ वाहन चालक तो खाली सडको के किनारो को वाहनो की बुकिंग स्थल के रूप मे इस्तेमाल कर रहे है। सामान को लाने ले जानी की बुकिंग सडको के किनारो से ही संचालित की जा रही है। पुलिस प्रशासन का ध्यान इस ओर नही जा रहा है। सडको के यातायात को सुचारू रूप प्रदान करने मे जुटी सीपीयू पुलिस भी ऐसे वाहन चालको व वाहान स्वामियो पर कोई कार्यवाही नही कर रहीे है। अनाधिकृत रूप से वाहन सडको पर खडे करने वालो की संख्या बढती ही जा रही है। सडको के किनारो पर लगाये जा रहे वाहनो से व्यापारी भी तंग आ चुके है। यातायात भी प्रभावित हो रहा है। गौरतलब यह भी है। कि धर्मनगरी मे वाहन पार्किग स्थल ना होना सबसे बडी समस्या बनता जा रहा है।
जनप्रतिनिधियो को वाहन पार्किग स्थल ना होने की परेशानियो के हल तलाशने होगे वरना कभी भी बडा विवाद उत्पन्न हो सकता है। कंुभ मेले मे भी वाहन पार्किग की दिक्कतों का सामना लोगा को करना पड सकता है। धर्मनगरी के अलावा बाहर से आने वाले यात्रियों का भी वाहन पार्किग की जगह होनी चाहिए।