कमल खड़का
हरिद्वार, 6 मई। प्रांतीय उद्योग व्यापार मण्डल के जिला अध्यक्ष डा.नीरज सिंघल ने कहा कि लाॅकडाउन के कारण व्यापारियों को आर्थिक हानि झेलनी पड़ रही है। व्यापार पूरी तरह से बंद है। धर्मनगरी के व्यापारियों को व्यापार तीर्थ यात्रियों पर ही निर्भर करता है। लेकिन देश में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लाॅकडाउन के कारण सभी प्रतिष्ठान बंद होने के कारण व्यापारी व्यापार में हानि झेल रहे हैं। डा.नीरज सिंघल ने कहा कि बैंक, ब्याज, टैक्स, लिमिट को पूरी तरह से समाप्त किया जाए। हर तरह के सरकारी टैक्स समाप्त कर व्यापारियों को राहत प्रदान की जाए। उन्होंने राज्य की त्रिवेंद्र सरकार से मांग की कि बिजली के बिल भी पूर्ण रूप से माफ किए जाने चाहिए। लाॅकडाउन के कारण व्यापारी आर्थिक हानि झेल रहे हैं। सरकार के दिशा निर्देशों का पालन व्यापारियों द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के चलते धर्मनगरी में काफी समय तक बाहरी राज्यों के यात्रियों का आना जाना नहीं हो पाएगा।
व्यापारियों का व्यापार पूरी तरह से यात्रीयों पर ही निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि बैंक की देनदारी या विभिन्न प्रकार के टैक्स को समाप्त कर व्यापारियों की मानसिक परेशानियों को दूर किया जाना चाहिए। प्रांतीय उद्योग व्यापार मण्डल के व्यापारी लगातार शासन प्रशासन को समय समय पर सहयोग प्रदान करते चले आ रहे हैं। डेढ़ माह से व्यापार पूरी तरह से बंद है। सरकार को व्यापारियों के लिए राहत पैकेज की व्यवस्था को भी लागू कराना चाहिए। छोटे मझोले व्यापारी आर्थिक परेशानियों के साथ मानसिक परेशानियों से भी जूझ रहे हैं। सरकार द्वारा अगर सरकारी टैक्स समाप्त करने के साथ साथ व्यापारियों को राहत पैकेज दिया जाए तो व्यापारियों की समस्याएं हल हो सकेंगी।
उन्होंने व्यापारियों से अपील करते हुए कहा कि सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखना चाहिए। व्यापारी अन्य लोगों को भी जागरूक करते हुए मास्क, सेनेटाइजर, ग्लब्स आदि की भी अनिवार्यता से अवगत कराते रहें। व्यापारी लगातार समाजसेवा में भी बढ़चढ़ कर योगदान दे रहे हैं। गरीब असहाय निर्धन परिवारों की मदद करने का कार्य भी लगातार जारी किया जा रहा है।