कमल खडका
निशंक जमकर बोले कृषि विधेयकों पर–
- कांग्रेस देश को कर रही है कृषि विधेयकों को लेकर भ्रमित
*देश का किसान कांग्रेस की असलियत को समझ चुका है
*प्रधानमंत्री मोदी 2022 तक किसानों की आय दुगनी करना चाहते हैं
*कृषि विधेयक किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करेंगे
*अब किसानों को मिलेगा अपनी फसलों का अधिक मूल्य
*प्रधानमंत्री ने किसानों को बिचौलियों से मुक्ति दिलाई
*कांग्रेस कृषि बिल पर दोहरा मापदंड अपना रही है
हरिद्वार 4 अक्टूबर। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संसद में केंद्र सरकार ने जो किसानों के हित में 3 विधेयक पास किए वह ऐतिहासिक है और आजादी के बाद देश में पहली बार संसद ने किसानों के हित में एक नहीं तीन-तीन बिल पास किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने का है और उस दिशा में यह तीनों विधेयक एक मील का पत्थर साबित होंगे ।
आज हरिद्वार में केंद्रीय मेला नियंत्रण कक्ष में निशंक पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। निशंक किसानों के मुद्दे को लेकर आज विशेष रूप से हरिद्वार आए और उन्हें पत्रकारों से इस मुद्दे पर खुलकर बातचीत की
कांग्रेस पर कृषि विधेयकों के मुद्दे पर हमलावर होते हुए डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि कांग्रेस कृषि विधेयक पर दोगला रवैया अपना रही है और किसानों को गुमराह कर रही है।कांग्रेस ने किसानों के नाम पर हमेशा घोटाले किए हैं। कांग्रेस के राज में सबसे ज्यादा खेती को लेकर घोटाले किए गए ।कांग्रेस की वजह से किसानों की आर्थिक हालात बिगड़े। अब जब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार किसानों के आर्थिक हालात सुधारने के लिए सुधारात्मक कदम उठा रही है तो कांग्रेस उनका विरोध कर रही है और दोहरा रवैया अपना रही है।
देश का किसान कांग्रेस की असलियत को समझ गया हैं,इसलिए कांग्रेस को इस मुद्दे पर जन समर्थन नहीं मिल रहा है। निशंक ने कहा कि कांग्रेस ने 2013 में कांग्रेस ने घोषणा की थी कि कांग्रेस शासित राज्यों में फल और सब्जियों पर एमपीएमसी एक्ट हटाया जाएगा और 2019 के चुनावी घोषणा पत्र में कांग्रेस ने कहा था कि वह सत्ता में आने पर एमपी एमसी को हटाएंगे ।परंतु अब जब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इस एक्ट को हटाने के लिए संसद में 3 विधेयक पास करवाए तो कांग्रेस के सांसदों ने उसका संसदीय मर्यादाओं को धता बताते हुए पर विरोध किया ।कांग्रेस अपने ही चुनावी वायदों पर टिकी हुई नहीं है और जनता में भ्रम पैदा कर रही है।
निशंक ने कहा कि अब किसान पूरे देश में कहीं भी उचित मूल्य पर अपनी फसलों को बेच सकेंगे और उन्हें पहले से ज्यादा दाम अपनी फसलों पर मिलेंगे। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और अधिक मजबूत होगी और किसानों का अपनी फसलों में मुनाफा और अधिक बढ़ेगा।साथ ही उनकी फसलों की न्यूनतम मूल्य सरकारी खरीद की व्यवस्था भी बनी रहेगी। निशंक ने कहा कि इसके अलावा किसानों को खेती के लिए अत्याधुनिक तकनीक का भी फायदा मिलेगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों का सबसे बड़ा शुभचिंतक और फरिश्ता बताया।जिन्होंने 2014 से लेकर अब तक किसानों के हितों के लिए कई कारगर कदम उठाए और किसानों को अब अपनी फसलों को भंडारण और बिक्री की आजादी प्रदान कर बिचौलियों के चंगुल से मुक्त कराया ।
निशंक ने कांग्रेस को बिचौलियों की पार्टी करार देते हुए कहा कि अब तक किसानों, गरीबों ,मजदूरों के हक कांग्रेस छिनती रही है और कांग्रेस के नेता अपने घरों को भरते रहे हैं। निशंक ने कहा कि 2009-10 में केंद्र की यूपीए वाली मनमोहन सिंह सरकार ने कृषि बजट केवल 12000 करोड़ रुपए का बनाया था। केंद्र की मोदी सरकार ने उसे बढ़ा कर 134000 करोड़ रुपए कर दिया। इसी तरह किसान सम्मान निधि में अब तक केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 92 हजार करोड़ रुपए सीधे किसानों के खाते में डाले हैं और किसानों की पेंशन 3000 रुपए की है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों के हितों के लिए आत्मनिर्भर भारत के तहत एक हजार करोड रुपए का किसान पैकेज जारी किया है। साथ ही किसानों के लिए 15 लाख करोड़ रुपए की ऋण की व्यवस्था भी है। उन्होंने बताया कि 10,000 नए एफपीओ पर 6850 करोड़ रुपए केंद्र सरकार खर्च करने जा रही है।
निशंक ने प्रेस वार्ता से पूर्व हर की पैड़ी का भी निरीक्षण किया और वहां चल रहे कुंभ कार्यों का भी अवलोकन किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।