केआरएल कम्पनी व मेयर की मिलीभगत से शहर की सफाई व्यवस्था बदहाल: अनिरूद्ध भाटी

Haridwar News
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कमल खडका

हरिद्वार, 27 अगस्त। केआरएल कम्पनी कर्मचारियों द्वारा सोमवार से कूड़ा नहीं उठाने के ऐलान से शहर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था बदहाल स्थिति में पहुंच जायेगी। मेयर व केआरएल कम्पनी की मिलीभगत ने शहर की सफाई व्यवस्था को चैपट कर दिया है। यह विचार भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी ने शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक को भेजे ज्ञापन में व्यक्त किये। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक को भेजे ज्ञापन में अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में कूड़ा उठाने व उसे डपिंग जोन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी केआरएल कम्पनी की है

जिसके बाबत केआरएल को नगर निगम द्वारा ट्रिपिंग फीस व शहरवासियों द्वारा यूजर्स चार्ज का भुगतान किया जाता है। अफसोसजनक स्थिति यह है कि केआरएल कम्पनी द्वारा शहर से कूड़ा उठाने में लापरवाही बरती जा रही है। केआरएल कम्पनी की लचर कार्यशैली से अनेक मौहल्लों में कई बार कूड़े के ढेर लग जाते हैं। जब कूड़ा उठवाने के लिए केआरएल कम्पनी के अधिकारियों पर दवाब बनाया जाता है तब बामुश्किल कूड़ा उठ पाता है। इस कारण नगर निगम के समस्त भाजपा पार्षद केआरएल कम्पनी की कार्यशैली से असंतुष्ट हैं। अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि बिना बोर्ड व पार्षदों को विश्वास में लिये मेयर महोदया द्वारा विगत डेढ़ साल से केआरएल कम्पनी को निरन्तर भुगतान किया जा रहा है। केआरएल कम्पनी जहां कूड़ा उठाने में अक्षम साबित हो रही है वहीं दूसरी ओर केआरएल कम्पनी ने विगत चार माह से अपने सफाईकर्मियों के वेतन का भी भुगतान नहीं किया है।

साथ ही केआरएल कम्पनी अपने कर्मचारियों को नियमानुसार सुविधाएं व वेतन नहीं दे रही है। जिस कारण केआरएल के कर्मचारियों ने आने वाले सोमवार से कूड़ा न उठाने का ऐलान कर दिया है। इस समूचे घटनाक्रम में मेयर व केआरएल कम्पनी प्रबंधन की मिलीभगत साफ नजर आ रही है। बोर्ड के अधिकांश पार्षद जब केआरएल की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं है तो मेयर द्वारा केआरएल कम्पनी को भुगतान क्यों किया जा रहा है इसकी जांच होना अत्यन्त आवश्यक है। जब भी केआरएल कम्पनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाती है तो कम्पनी अपने कर्मचारियों को आगे कर हड़ताल की धमकी दे देती है।

 नगर निगम से हुए अनुबंध के अनुसार शहर से कूड़ा उठाने व अपने कर्मचारियों को वेतन देने की जिम्मेदारी केआरएल कम्पनी प्रबंधन की है। मेयर महोदया व केआरएल कम्पनी प्रबंधन की मिलीभगत से बाद में कम्पनी को भुगतान कर दिया जाता है। जिस कारण शहर की जनता व केआरएल कर्मचारियों को शोषण का शिकार होना पड़ रहा है।

उन्हांेने शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक से मांग करते हुए कहा कि मेयर व केआरएल कम्पनी की मिलीभगत की जिलाधिकारी अथवा किसी सक्षम अधिकारी से जांच करवाकर ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दे जिससे शहर में कूड़ा निस्तारण की समस्या समाप्त हो सके व केआरएल कम्पनी में कार्यरत सफाई कर्मियों को नियमानुसार प्रत्येक माह वेतन मिल सके। अनिरूद्ध भाटी ने भाजपा पार्षद दल के नेता सुनील अग्रवाल, उपनेता राजेश शर्मा व सभी पार्षदों के साथ बैठक कर इस संदर्भ में आन्दोलन की रूपरेखा तैयार की जायेगी। 


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