अमरीश
हरिद्वार, 27 जनवरीं। प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने प्रैस क्लब मे पत्रकार वार्ता करते हुए सरकार से कुंभ स्नान के लिए आने वाले श्रद्धाालुओें पर लागू की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट की बाध्यता को समाप्त करने की मांग की है। पत्रकारों से वार्ता करते हुए संजीव चैधरी ने कहा कि कि कोरोना काल से ही मंदी का सामना कर रहे व्यापारियो की आखिरी उम्मीद महाकुम्भ ही है।
ऐसे मे यदि कुम्भ मे आने वाले यात्रीयों पर कोरोना की रिपोर्ट की बाध्यता लागू हुई तो गंगा स्नान के लिए यात्रीयों की संख्या में भारी गिरावट आना तय है। इसलिए व्यापारियों का हित देखते हुए कोरोना रिपोर्ट की बाध्यता समाप्त की जाए। उन्होंने कहा कि चुनावी रैलियो, राजनीतिक सभाओं, रोड़ शो में अपार भीड़ उमड़ रही है। इसके लिए सरकार ने कोई पैमाना तय नहीं किया है। तो आस्था के पर्व कुम्भ मे गंगा स्नान के लिए आने वाले यात्रियों पर किसी भी तरह की बाध्यता लागू नहीं की जानी चाहिए। बाध्यताएं लागू करने यात्री की संख्या कम होगी और बाजारो की हालत मे सुधार नही होगा।
चौधरी ने कहा कि कुम्भ मे सामूहिक भजन-कीर्तन पर भी रोक नही होनी चाहिए। श्रद्धालुओं की उपस्थिति में किए जाने वाले धर्मिक आयोजनों, भजन कीर्तन आदि से ही कुम्भ की भव्यता और दिव्यता है। व्यापारी वर्ग शासन-प्रशासन के साथ कुम्भ के सफल आयोजन के लिए तैयार है। कोरोना के चलते किए गए लाॅकडाउन में हरिद्वार का व्यापारी पूरी तरह टूट गया है। यदि कुम्भ का आयोजन बड़े स्तर पर नही हुआ तो व्यापारी सड़क पर आ जाएग। सरकार को अपना फैसला वापस लेना चाहिए। वरना व्यापारी आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
अनुशासन समिति के अध्यक्ष सुधीश श्रोत्रिय व जिला उपाध्यक्ष पंकज सवन्नी ने कहा कि सरकार अखाड़ों की तर्ज पर सभी व्यापारियों को एक-एक लाख रूपए आर्थिक सहायता के रूप में दे। जिला उपाध्यक्ष अशोक गिरी व व्यापारी नेता संजीव कुमार ने कहा कि सरकार को व्यापारी हितों के विपरीत कोई फैसला नहीं करना चाहिए।