विक्की सैनी
हरिद्वार, 12 मई। बाबा अमीर गिरी धाम के परमाध्यक्ष तथा जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रीमहंत विनोद गिरी महाराज ने कहा कि लाॅकडाउन में सेवा का महत्व बढ़ गया है। बाबा अमीर गिरी घाट पर रहने वाले निराश्रित साधु व साध्वियों तथा दण्डी स्वामियों को भोजन वितरित करते हुए श्रीमहंत विनोद गिरी महाराज ने कहा कि संतों का जीवन सदैव परोपकार को समर्पित रहता है। हरिद्वार धार्मिक नगरी है। देश भर से लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान व धार्मिक कर्मकाण्ड संपन्न करने के लिए हरिद्वार पहुंचते हैं। लेकिन लाॅकडाउन लागू रहने के चलते श्रद्धालु नहीं आ पा रहे हैं। जिससे श्रद्धालुओं द्वारा किए जाने वाले दान दक्षिणा पर आश्रित साधु महात्माओं के समक्ष बड़ी कठिन परिस्थितियां उत्पन्न हो गयी हैं।
घाटों पर रहकर जीवनयापन करने वाले संत महात्माओं की मदद के लिए बाबा अमीर गिरी धाम की ओर से प्रतिदिन सुबह की चाय, दोपहर व शाम का खाना वितरित किया जा रहा है। श्रीमहंत विनोद गिरी महाराज ने कहा कि निराश्रित व असहायों की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति में सेवा व अन्नदान का विशेष महत्व बताया गया है। कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए किए गए लाॅकडाउन में सेवा व अन्नदान का महत्व और बढ़ गया है। लाॅकडाउन की घोषणा होने पर बाबा अमीर गिरी धाम ने गरीब, असहायों की सेवा का जो संकल्प लिया था। उसके तहत गरीब, निराश्रित, मजदूरों को निरंतर भोजन व राशन वितरण किया जा रहा है। लाॅकडाउन खुलने तक इस संकल्प को पूरी निष्ठा से निभाया जाएगा। समाजसेवी राकेश जायसवाल ने कहा कि सेवा कार्यो के जरिए लाॅकडाउन को सफल बनाने में संत समाज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
हरिद्वार के तमाम आश्रम, अखाड़े दिनरात सेवा कार्यो में जुटे हुए हैं। कई सामाजिक संस्थाएं भी इस पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि सभी को संत समाज से सेवाभाव की प्रेरणा लेकर गरीबों की सहायता हेतु तत्पर रहना चाहिए। इस दौरान पहलवान बाबा, स्वामी राजेश गिरी, चमेली गिरी, स्वामी संतोष गिरी, स्वामी आनन्द गिरी आदि भी मौजूद रहे।