कमल खडका
हिमालय दिवस पर महाविद्यालय में प्राचार्य ने दिलायी हिमालय रक्षा की शपथ
हरिद्वार, 9 सितंबर। हिमालय दिवस पर एसएमजेएन काॅलेज में प्राचार्य डा.सुनील कुमार बत्रा ने हिमालय बचाओ अभियान का शुभारम्भ किया। अभियान के तहत काॅलेज के शिक्षकों, छात्र-छात्राओं व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को हिमालय रक्षा की शपथ दिलायी गयी। इस अवसर पर डा.बत्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का संदेश भी छात्र-छात्राओं को पढ़ कर सुनाया। डा.बत्रा ने कहा कि हिमालय भारत का मस्तक है और देश की आन.बान.शान है। हिमालय को सुरक्षित रखना सबकी नैतिक जिम्मेदारी है।
पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए अपने जीवन में एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए और उसकी सुरक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाॅलिथीन का प्रयोग बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए तथा पर्यावरण को दूषित होने से बचाना चाहिए। हिमालय दिवस के अवसर सभी को संकल्प लेना होगा कि पर्वतराज हिमालय को किसी भी प्रकार का नुकसान न पहुंचे। वैश्विक स्तर पर पर्यावरण को सन्तुलित करने में हिमालय की महत्वपूर्ण भूमिका है। उत्तराखण्ड प्रदेश का सामाजिक और सांस्कृतिक तानाबाना हिमालय पर पूर्ण रुप से आधारित है। उन्होंने कहा कि हिमालय विविध प्राकृतिक, आर्थिक एवं पर्यावरणीय कारणों से अहम हैं।
यह धुव्रीय क्षेत्रों के बाद पृथ्वी पर सबसे बड़ा हिमाच्छादित क्षेत्र है। उन्होेंने कहा कोरोना काल में स्वच्छ वायु एवं जीवन का आधार हिमालय के क्षेत्रों में प्राणवायु आक्सीजन को लेने के लिए जिस प्रकार से पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटकों का हुजूम उमड़ा। उससे पर्वतराज के प्रति सभी की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है।
डा.मनमोहन गुप्ता ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा मानव की स्वयं की सुरक्षा के लिए बहुत आवश्यक है। पर्वतराज हिमालय जलवायु, जलजीवन और पर्यावरण के साथ देश की दुश्मनो से रक्षा करने में भी सहायक है। मानव पर्यावरण का एक महत्वपूर्ण उपभोक्ता है। प्राकृतिक सम्पदा के विवेकपूर्ण उपयोग से ही विकास की उच्चतम उपलब्धियां प्राप्त की जा सकती हैं। डा.जगदीश चन्द्र आर्य ने कहा कि हिमालय को बचाने में योगदान करते हुए छात्र हिमालय संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करें।
इस दौरान डा.नलिनी जैन, डा.विनय थपलियाल, डा.सुषमा नयाल, डा.निविन्धया शर्मा, डा.मनोज कुमार सोही, डा.विनीता चैहान, डा.शिवकुमार चैहान, डा.रिचा मनोचा, रिंकल गोयल, सुगन्धा वर्मा, डा.लता शर्मा, विवेक मित्तल, अंकित अग्रवाल, डा.सरोज शर्मा, मेहुल सिंह, डा. मोना शर्मा, डा.पदमावती तनेजा, डा.प्रज्ञा जोशी, नेहा गुप्ता, पूर्णिमा सुन्दरियाल, विनीत सक्सेना, डा.विजय शर्मा, मोहन चन्द्र पाण्डेय, वेद प्रकाश चैहान, हेमवंती आदि शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित रहे।