गौरव रसिक
प्रतिहार वंश के सबसे प्रतापी राजा थे सम्राट मिहिर भोज-लाखन सिंह गुर्जर
हरिद्वार, 9 सितंबर। गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज की जयंती तथा अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने सम्राट मिहिर भोज के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने के साथ समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने का संकल्प लिया। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष लाखन सिंह गुर्जर ने कहा कि सम्राट मिहिर भोज गुर्जर प्रतिहार वंश के सबसे प्रतापी राजा थे।
836 ईसवी से 885 तक 49 वर्षों तक शासन करने वाले सम्राट मिहिर भोज ने अपने शासनकाल के दौरान अनेक मंदिरों का निर्माण कराया। जिसके प्रमाण आज भी मौजूद है। सम्राट मिहिर ने अपने शासन काल में विदेशी आक्रांता को देश की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया। इस दौरान अफगानिस्तान से लेकर वर्तमान बंगाल तक फैले राज्य में शासन किया। उनकी सेना में सभी वर्गो के 36 लाख लोग शामिल थे। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में बटेश्वर स्थित एक बहुत बड़ी मंदिरों की श्रंखला है।
जिसका निर्माण गुर्जर प्रतिहार वंश के राजाओं द्वारा कराया गया था। जो आज भी मौजूद हैं। उनमें से काफी मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया जा चुका है और काफी मंदिरों का कराया जाना अभी भी बाकी है। इसको लेकर भारत सरकार ने फंड भी रिलीज कर दिया है। जल्द ही कार्य शुरू हो जाएगा। लाखन सिंह गुर्जर ने कहा कि गुर्जर समाज की युवा पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। राष्ट्रीय महामंत्री नीरज चैधरी ने समाज से अपील करते हुए कहा कि जयंती पर समाज में फैली कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने का संकल्प लें।
शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए कार्य करें। जब तक समाज शिक्षित नहीं होगा तब तक समाज का उत्थान नहीं हो सकता। सम्राट् मिहिर भोज की जयंती पर युवा उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़े। इस दौरान सम्राट मिहिर भोज के चित्र पर पुष्पमाला अर्पित करके जयंती मनाई गई। गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की जयंती को गुर्जर समाज अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस के रूप में मनाता आ रहा है।
अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा अपने महापुरुषों को सम्मान देने का कार्य कर रही है जिस से आने वाली पीढ़ी को पता चल सके कि महापुरुषों ने क्या-क्या कार्य किए हैं उन्होंने समाज के लिए क्या योगदान दिया। महासभा का उद्देश्य इतिहास को सबके सामने लाना और उसके बारे में लोगों को विस्तार से बताना है। समाज में जो भी कुरीतियां है उनको जड़ से उखाड़ना है। महासभा इसके लिए समय≤ पर सेमिनार भी आयोजित करती है। उन्होंने युवाओं को नशाखोरी से दूर रहने की अपील की। इस मौके पर धनसिंह गुर्जर, संजीव चैधरी, विजय कुमार आदि शामिल हुए।