विडियो:-सनातन परंपरांओं से संपन्न हुआ नमन सिंघल का विवाह महोत्सव

Haridwar News
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पश्चिमी सभ्यता का त्याग कर सनातन परंपराएं अपनाएं-पंडित पवन कृष्ण शास्त्री
हरिद्वार, 13 जून। सिंघल परिवार द्वारा अपने पुत्र नमन सिंघल का विवाह महोत्सव क्रिस्टल वल्र्ड में हिंदू रीति रिवाज और सनातन परंपराओं के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया कि प्रत्येक सनातनी को सिंघल परिवार से प्रेरणा लेनी चाहिए। जहां आज वर्तमान मे कलयुग के चलते कलयुग से प्रभावित सभी लोग विवाह जैसे मांगलिक अवसरों पर कोक्टंल के नाम से शराब एवं मास एक दूसरे को परोस रहे हैं। डीजे पर फिल्मी गानो पर नाच रहे हैं। वहीं सिंघल परिवार द्वारा अपने पुत्र नमन सिंघल के विवाह महोत्सव पर क्रिस्टल वल्र्ड को जनकपुरी, अयोध्या नगरी के रूप में परिवर्तित कर दिया।

रामायण की सुंदर-सुंदर चैपाइयां एवं द्वार पर सिंघल परिवार द्वारा पगड़ी पहना करके गले में सुंदर हार पहना करके झुककर प्रणाम कर सभी मेहमानों का स्वागत किया जा रहा था। वही भीतर आते ही बड़ा सुंदर मनमोहक दृश्य देखने को मिल रहा था। जहां आज वर्तमान समय पर लोग डीजे के माध्यम से डिस्को डांस करते हैं।

वहां सिंघल परिवार द्वारा बड़ा सुंदर संगीत एवं भजनों का आनंद लेते हुए सभी मेहमान वर वधु के प्रवेश करते ही सुंदर राम जानकी विवाह महोत्सव का भजन साथ ही साथ गुरु जी कैटरर्स द्वारा द्वारा बनाए गए सुंदर सुंदर पकवान एवं सुंदर सुंदर मिठाइयों का आनंद लिया। शास्त्री ने बताया यह सब माता पिता संत ब्राह्मण गुरुजनों के द्वारा प्राप्त संस्कारों से ही संपन्न हो सकता है। हम सभी को सर्व संपन्न उद्योगपति सिंघल परिवार द्वारा प्रेरणा लेनी चाहिए और प्रेरित होकर के अपने धन का सदुपयोग करते हुए इसी प्रकार से सनातन परंपराओं में अपने बेटा या बेटी अपने परिवार में ऐसे सुंदर विवाह महोत्सव को संपन्न करना चाहिए।

शास्त्री ने बताया कि हम सभी सनातनीयों को वेस्टर्न कल्चर को त्याग कर हिंदू सनातन परंपराओं को अपनाना चाहिए। पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया गुरुजी कैटरर्स के द्वार विवाह महोत्सव पर क्रिस्टल वल्र्ड में जितनी भी व्यवस्थाएं बनाई गई थी। सारी व्यवस्थाएं बड़ी ही अद्भुत थीं उसमें सजावट, वर वधू वरमाला का सुंदर मंच, संगीत का सुंदर मंच एवं सुंदर सुंदर पकवान द्वारा सुंदर व्यवस्थाओं के लिए एवं संपूर्ण सिंघल परिवार को बहुत-बहुत आशीर्वाद एवं साधुवाद प्रदान किया।

इस अवसर पर गुरूजी कैटर्स के नाम प्रसिद्ध पंडित अधीर कौशिक ने बताया कि हमारे द्वारा जितनी भी व्यवस्थाएं भंडारे में हो या शादी ब्याह में हो या किसी भी शुभ अवसर पर हो सारी व्यवस्थाएं सनातन परंपरा के अनुसार ही की जाती है। हम हमेशा वेस्टर्न कल्चर का विरोध करते हैं। हम सभी सनातनीयों को सनातनी ही बनकर रहना चाहिए और अपने उत्सव को मनाना चाहिए। सिंघल परिवार ने सुपुत्र के विवाह अवसर पर गुरुजी को इसका मौका दिया। इसके लिए सिंघल परिवार का साधुवाद।

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