कर्म ही सुख दुख का निर्धारण करते हैं-पंडित पवन कृष्ण शास्त्री

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ब्यूरो
हरिद्वार, 10 नवम्बर। अभिषेक नगर दादू बाग कनखल में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन श्रद्धालु भक्तों को कथा श्रवण कराते हुए कथाव्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया जीवन में हमेशा शुभ कर्म ही करने चाहिए। मनुष्य के कर्म ही सुख दुख का निर्धारण करते हैं। अच्छे कर्म करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और भगवान की कृपा से घर में सुख समृद्धि, धन-धान्य, आरोग्य और ऐश्वर्य की वृद्धि होती है। गलत कर्म करने से दुख, दरिद्रता और संकट बढ़ते हैं। इसलिए हमेशा दान, पुण्य, यज्ञ, अनुष्ठान, श्रीमद् भागवत कथा आदि का आयोजन करते रहना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य को नित्य भगवान सूर्य, गणेश, मां भगवती, भगवान शिव एवं भगवान नारायण की पूजा करनी चाहिए। शास्त्री ने कहा कि श्रीमद् भागवत महापुराण में भगवान के 24 अवतारों का वर्णन मिलता है। भगवान का जो भी रूप प्रिय लगता है। उसी रूप की आराधना, उपासना समर्पण भाव के साथ करनी चाहिए। संतोष अग्रवाल, पंडित प्रकाश जोशी, पंडित सचिन पैन्यूली, राज्य मंत्री सुनील सैनी, पारस सैनी, अलका सैनी, राघवी सैनी, गुलशन अदलखा, शशि अदलखा, राकेश अग्रवाल, निशा गुप्ता, मधु अग्रवाल, पूनम मिश्रा, कल्पना, अंजना शर्मा, प्रतिभा अग्रवाल, शांति दर्गन, भावना गोयल, प्रेम, अंजलि अग्रवाल ने भागवत पूजन किया।

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