विकास झा
हरिद्वार, 6 नवम्बर। पूर्वांचल उत्थान संस्था के सदस्यों ने लोक आस्था के पर्व छठ पर्व पूजा को गंगा तटों पर मनाने की अनुमति देने की प्रशासन से अपील की है। सरकार की ओर से छठ पर्व को लेकर कोई स्पष्ट दिशानिर्देश जारी नहीं होने के चलते असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि हरिद्वार के जिलाधिकारी ने शीघ्र ही स्थिति स्पष्ट करने का आश्वासन दिया है।
गौरतलब है कि दीपावली पर्व के समापन के साथ ही छठ पर्व की तैयारियां शुरू हो जाती है।
3 दिन तक चलने वाले छठ पर्व को लेकर पूर्वांचल के लोगों में खासा उत्साह बना रहता है। लेकिन कोरोना महामारी के चलते पिछले 2 वर्षों से लोग घर पर पर्व मनाने के लिए विवश थे। इस बार स्थिति सामान्य होने पर लोगों ने जिला प्रशासन से गंगा घाटों पर पूजा करने की अनुमति देने की मांग की है। संस्था के सदस्य अरुण शुक्ला ने बताया कि हरिद्वार में बड़ी संख्या में पूर्वांचल के लोग गंगा तटों पर जाकर छठ पर्व मनाते चले आ रहे हैं।
जिसमें भगवान सूर्य को अस्त और उदय होते दोनों समय अर्घ्य दिया जाता है । अर्घ्य देने के लिए ही गंगा तटों पर भीड़ जुटती है। इसके साथ ही रंगारंग कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। लेकिन कोरोना महामारी के चलते पिछले 2 वर्ष से सभी तरह के आयोजनों पर रोक लगी हुई थी। अधिकांश लोगों ने घरों पर रहकर ही छठ पूजन किया था। उन्होंने कहा समय रहते प्रशासन को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए ताकि लोग पूजा कार्यक्रम तय कर सकें।
डा. नारायण पंडित ने कहा कि धीरे-धीरे लोग कोरोना की भयावहता को भूलने लगे हैं। सामान्य जीवन पटरी पर लौटने लगा है। ऐसे में प्रशासन को भी चाहिए कि लोगों को पूजन की अनुमति प्रदान करें। इस संबंध में जिला अधिकारी से बात करने पर उन्होंने बताया कि वे शासन के लोगों से विचार-विमर्श करने के बाद स्थिति स्पष्ट कर सकेंगे।