राहत अंसारी
हरिद्वार, 14 मई। प्रसिद्ध विचारक एवं राज्यसभा सांसद प्रो.राकेश सिन्हा ने हरिद्वार के समाजसेवी अधिवक्ता अरविंद श्रीवास्तव द्वारा भारत में महिलाओं के प्रति क्रूरतम अपराध बलात्कार पर लिखित पुस्तक “मैं निर्भया हूं” का दिल्ली में एक सूक्ष्म कार्यक्रम में विमोचन किया। इस अवसर पर राकेश सिन्हा ने कहा कि बलात्कार भारत की संस्कृति का हिस्सा कभी भी नहीं रहा है, बलात्कार विदेशी सभ्यता का हिस्सा है। अधिवक्ता अरविंद श्रीवास्तव ने उन विषयों को अपनी पुस्तक उठाया है।
जिन विषयों पर व्यक्ति अपने विचार व्यक्त करने से कतराते थे। इसके साथ ही महिलाओं से संबन्धित कानूनों को सरल भाषा में व्यक्त कर एक सराहनीय कार्य किया ह।ै जिसके लिए उनकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। इससे राजनीतिक पार्टी प्रवक्ता, विधि व्यवसायी, विधि छात्र, तथा आम जन को बलात्कार संबंधी कानून को समझने में आसानी होगी। प्रो.राकेश सिन्हा ने अधिवक्ता अरविंद श्रीवास्तव को शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया। अधिवक्ता अरविंद श्रीवास्तव ने पुस्तक के विषय में बताया कि यह यह उनके वर्षों के शोध व अध्ययन का संकलन है।
आज समाज में यदि बलात्कार के विषय में बात करें तो हमारे पटल पर 2012 में दिल्ली हुए बलात्कार की याद आती है। लेकिन हमारे देश में कई सारे क्रूरतम बलात्कार हुए है। इस पुस्तक में उनका भी संकलन किया गया है तथा बलात्कार का इतिहास, कानून और कानूनी परिवर्तन का भी संकलन है। कार्यक्रम में एड्वोकेट सतीश पंवार, एडवोकेट राहुल भाटिया, एडवोकेट हर्षित भाटिया, समाजसेवी युवराज सिंह, एडवोकेट आशु शर्मा, गरिमा श्रीवास्तव, विश्वजीत श्रीवास्तव, फिल्म प्रोड्यूसर नलिन वशिष्ठ, शिखर श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।