राष्ट्रीय एकता के लिए दलितों, पिछड़ों को मुख्यधारा में लाना होगा-अम्बरीष कुमार

Haridwar News Social
Spread the love

तनवीर

हरिद्वार, 14 अप्रैल। संविधान निर्माता बाबा साहेब डा.भीमराव अंबेडकर की 129 जयंती पर उन्हें नमन करते हुए पूर्व विधायक अंबरीष कुमार ने कहा कि डा.अंबेडकर ने दलितों, पिछडो के अधिकारो तथा समाज मे समानता के लिए अनेकांे संघर्ष किये। उनकी सोच थी कि दलितों, पिछडो, वंचितो को मुख्यधारा में लाये बगैर देश एक नही रह सकता। राष्ट्रीय एकता के लिय यह अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने समाज मे फैली ऊँच नीच, अस्पृश्यता की रुढियो को दृढतापूर्वक मिटाने का काम किया। इसके अतिरिक्त महिलाओं के अधिकारो की लड़ाई लड़ी वे प्रधानमंत्री के साथ सभा में इकलौते थे। जिन्होंने हिन्दु कोड बिल का दृढतापूर्वक समर्थन किया।

उनकी विचारधारा उनके द्वारा लिखित संविधान में स्पष्ट दिखाई देती है। उन्होंने इन वर्गो के अधिकारो को संवैधानिक दर्जा दिलाया। परन्तु संविधान के प्रावधानों को अमलीजामा पहनाने के लिय समाज के अन्य वर्गों के समर्थन और सहयोग की आवश्यकता है। तभी गाँधी, अम्बेडकर, मौलाना आजाद के सपनो का भारत बनेगा। कानून निर्माता के आदर्शो को अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने हमेशा समाज को प्रेरित करते हुए शिक्षा प्रचार प्रसार किया। उनका जीवन आज भी प्रासंगिक है। पूर्व विधायक अंबरीष कुमार ने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के जीवन दर्शन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें। संविधान का पालन करते हुए देश निर्माण में सभी को अपना सहयोग देना होगा। 


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *