त्याग, तपस्या व धर्म की साक्षात् प्रतिमूर्ति थी संन्यासिनी ललिताम्बा माता: श्रीमहंत रविन्द्र पुरी

Dharm
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अरविंद
हरिद्वार, 9 दिसम्बर। श्री मानव कल्याण आश्रमों की संस्थापिका संन्यासिनी ललिताम्बा माता की 19वीं पुण्यतिथि श्री मानव कल्याण आश्रम में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज की अध्यक्षता व श्रीमहंत देवानन्द सरस्वती के संचालन में श्रद्धापूर्वक मनायी गयी।
इस अवसर पर श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने कहा कि संन्यासिनी ललिताम्बा माता त्याग, तपस्या व धर्म की साक्षात् प्रतिमूर्ति थीं। जिन्होंने गौ रक्षा आन्दोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए जेल यात्रा तक की थी। हरिद्वार, अहमदाबाद व बद्रीनाथ में स्थित श्री मानव कल्याण आश्रम सनातन हिन्दू धर्म को उन्हीं की ही देन है, जो सेवा और धार्मिक अनुष्ठानों का केन्द्र बने हुए हैं।
विधायक मदन कौशिक ने ब्रह्मलीन संन्यासिनी ललिताम्बा माता को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि संन्यासिनी ललिताम्बा माता का विशाल व्यक्तित्व सदैव से संत समाज को प्रेरणा देने वाला रहा है। हरिद्वार में शंकराचार्य चौक की स्थापना हो या फिर बद्रीनाथ स्थित श्री मानव कल्याण आश्रमों की व्यवस्था रही हो, उन्हांेने सदैव उदार मन से धर्म की सेवा की है। उन्हीं की परम्परा को वर्तमान में ललिताम्बा देवी ट्रस्ट व उनके पदाधिकारी पूर्ण मनोयोग से आगे बढ़ा रहे हैं।
म.मं. स्वामी ललितानन्द गिरि महाराज व म.मं. स्वामी आनन्द चैतन्य महाराज ने कहा कि ललिताम्बा माता ने सत्संग व प्रवचन के माध्यम से देशभर में धर्म प्रचार व भारतीय संस्कृति की पताका को फहराने का काम किया। म.मं. स्वामी गिरधर गिरि व महंत दुर्गेशानन्द सरस्वती ने कहा कि ललिताम्बा माता ने तीर्थयात्रियों की सुविधार्थ विषम परिस्थितियों में 1970 में बद्रीनाथ धाम में आश्रम की स्थापना कर वहां से सेवा प्रकल्पों का संचालन किया। श्री मानव कल्याण आश्रम के मैनेजिंग ट्रस्टी अनिरूद्ध भाटी ने संतजनों का स्वागत करते हुए कहा कि श्री मानव कल्याण आश्रम धर्म प्रचार, मानव सेवा और धार्मिक अनुष्ठानों का प्रारम्भ से ही केन्द्र बिन्दु रहा है। संन्यासिनी ललिताम्बा माता के समय से ही यहां संत सेवा, अतिथि सेवा और मानव सेवा के प्रकल्प चलते आ रहे हैं। आजीवन गंगाजल का सेवन करते हुए ललिताम्बा माता ने समाज को अपने प्रवचनों से सार्थक दिशा देने का कार्य किया। श्रीमहंत देवानन्द सरस्वती ने कहा कि ललिताम्बा माता व ब्रह्मलीन स्वामी कल्याणानन्द सरस्वती ने गौ रक्षा हेतु देशभर में जन जागरण आन्दोलन चलाया। साथ ही हरिद्वार में शंकराचार्य जयन्ती समारोह का शुभारम्भ यहीं से हुआ। वास्तव में गुरूजनों की परम्परा को श्री मानव कल्याण आश्रम व ललिताम्बा देवी ट्रस्ट संतजनों के आशीर्वाद से आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है। इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, उपाध्यक्ष बहादुर सिंह वर्मा, कोषाध्यक्ष रेणुका बेन एल.ठक्कर, मैनेजिंग ट्रस्टी अनिरूद्ध भाटी, आईडी शास्त्री, म.मं. स्वामी जयदेवानन्द, महंत रविदेव शास्त्री, महंत दिनेशदास, महंत विनोद महाराज, महंत श्यामप्रकाश, नरेश शर्मा, महंत रामानन्द, स्वामी कृष्णानन्द, स्वामी कमलानन्द, स्वामी हरिहरानन्द, स्वामी सुतीक्ष्ण मुनि, स्वामी हंसानन्द, सुरेन्द्र कुमार मिश्रा, पं. संतोष ध्यानी, महेन्द्र, विनित गिरि, संजय वर्मा आदि सहित संतजनों ने ब्रह्मलीन संन्यासिनी ललिताम्बा माता को श्रद्धासुमन अर्पित किये।

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