संत समाज ने दी साकेतवासी महंत मोहनदास रामयणी को श्रद्धांजलि

Dharm
Spread the love

राकेश वालिया


सनातन धर्म संस्कृति को समर्पित रहा साकेतवासी महंत मोहनदास रामायणी का जीवन
-महंत रघुवीर दास

हरिद्वार, 24 जनवरी। भूपतवाला स्थित श्री सीताराम धाम में साकेतवासी महंत मोहनदास रामायणी महाराज की चतुर्थ पुण्यतिथी के अवसर पर गुरूजन स्मृति समारोह में संत समाज ने उनका भावपूर्ण स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। आश्रम के परमाध्यक्ष महंत सूरजदास महाराज के सानिध्य में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए महंत रघुवीर दास महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति को जीवन समर्पित करने वाले साकेतवासी महंत मोहनदास रामायणी महाराज महान संत थे। सभी को उनके आदर्शपूर्ण जीवन से प्रेरणा लेते हुए मानव कल्याण में योगदान का संकल्प लेना चाहिए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानन्द महाराज ने कहा कि साकेतवासी महंत मोहनदास रामायणी का पूरा जीवन परमार्थ को समर्पित रहा। उनके द्वारा प्रदत्त शिक्षाओं व ज्ञान का अनुसरण करते हुए उनके शिष्य महंत सूरजदास जिस प्रकार उनके अधूरे कार्यो को आगे बढ़ा रहे हैं। उससे युवा संतों को प्रेरणा लेनी चाहिए। महंत सूरजदास महाराज ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पूज्य गुरूदेव साकेववासी महंत मोहनदास रामायणी विलक्षण संत थे। सदैव ईश्वरीय आराधना में लीन रहने वाले गुरूदेव की कृपा व आशीर्वाद से वे उनके द्वारा स्थापित सेवा प्रकल्पों को आगे बढ़ाते हुए मानव कल्याण में योगदान कर रहे हैं।

महामण्डलेश्वर स्वामी ललितानन्द गिरी महाराज ने कहा कि योग्य गुरू को ही सुयोग्य शिष्य की प्राप्ति होती है। महंत सूरजदास योग्य शिष्य के रूप में अपने गुरूदेव साकेतवासी महंत मोहनदास रामायणी की सेवा परंपरा को जिस प्रकार आगे बढ़ा रहे हैं। वह प्रशंसनीय है। पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी एवं स्वामी ऋषि रामकृष्ण महाराज ने कहा कि साकेतवासी महंत मोहनदास रामायणी संत समाज के प्रेरणास्रोत थे। समाज को ज्ञान की प्रेरणा देकर सद्मार्ग पर अग्रसर करना ही उनका उद्देश्य था। बाबा बलराम दास हठयोगी महाराज ने कहा कि साकेतवासी महंत मोहनदास रामायणी धर्म शास्त्रों के विलक्षण विद्वान थे। उनके विचारों और आदर्शो पर चलते हुए राष्ट्र व धर्म की सेवा करना ही उन्हे सच्ची श्रद्धांजलि है।

इस अवसर पर स्वामी हरिचेतनानन्द, बाबा हठयोगी, महंत रधुवीर दास, महंत दुर्गादास, स्वामी चिदविलासानंद, स्वामी ललितानंद गिरी, महंत बालगिरी, स्वामी हरिहरानंद, महंत प्रह्लाद दास, महंत बिहारी शरण, महंत दिनेश दास, महंत गोविंद दास, महंत अंकित शरण, स्वामी ऋषिश्वरानन्द, स्वामी आनन्द, स्वामी ज्ञानानन्द शास्त्री, स्वामी सत्यव्रतानन्द, मुख्य यजमान रतन लाल गर्ग, राजेश रस्तोगी, पदम प्रकाश सुवेदी ने साकेतवाली महंत मोहनदास रामायणी को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *