ज्ञान का भंडार और जीवन का सार है श्रीमद्भागवत कथा-प्रेमचंद्र अग्रवाल

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अमरीश


हरिद्वार, 13 दिसम्बर। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान का भंडार और जीवन का सार है। आनन्द आश्रम में आयोजित श्रीमद् भागवत के शुभारंभ पर मौजूद भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि कथा से मिले ज्ञान को आचरण में धारण करना ही कथा श्रवण की सार्थकता है। कथा के शुभारंभ से पूर्व भक्तों ने भव्य कलश यात्रा निकाली। सर्वानंद घाट से आनन्द आश्रम तक निकाली गयी कलश यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति राजवीर सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कथा का शुभारंभ किया। कथा व्यास पंडित राघवेंद्र पाराशर ने भागवत कथा का महत्व बताते हुए कहा कि राजा परीक्षत ने राजपाट छोड़कर श्रीमद् भागवत कथा सुनी थी। जीवन में कुछ पाने के लिए वैराग्य एवं त्याग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन होता है। कथा के प्रभाव से उस क्षेत्र में नकारात्मकता समाप्त हो जाती है और सकारात्मकता ऊर्जा का संचार होता है।

महंत स्वामी विवेकानंद महाराज ने फूल माला और पटका पहनाकर कथा वाचक पंडित राघवेंद्र पाराशर, इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति राजवीर सिंह और उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का स्वागत किया। इस अवसर पर कपिल शर्मा, ब्रहमपाल नागर, राजनारायण भाटी, बबलू कालरा, आचार्य ज्योति प्रसाद मिश्रा, आचार्य मनीष बहुखण्डी, प्रदीप भाटी, चैधरी हरीश आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

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