तनवीर
ड्रग्स के कारण हमारा नाड़ी तंत्र कमजोर हो जाता है–एडवोकेट ललित मिगलानी
हरिद्वार, 13 मार्च। एसएमजेएन कालेज में एंटी ड्रग्स क्लब द्वारा नशा मुक्ति, साइबरक्राइम एवं ट्रैफिक नियंत्रण पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजित किया गया। कार्यक्रम में एआरटीओ सुरेन्द्र कुमार, सब इंसपेक्टर चरण सिंह चैहान, वरिष्ठ अधिवक्ता ललित मिगलानी एवं लोक अदालत की स्थाई सदस्या सुश्री अंजली माहेश्वरी एवं आशु चैधरी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन छात्र कल्याण अधिष्ठाता डा.एसके माहेश्वरी ने किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए प्राचार्य डा.एसके बत्रा ने कहा कि मानसिक, तामसिक तनाव एवं अवसाद के कारण व्यक्ति नशे के प्रति आकृष्ट होता है तथा उस तनाव से तात्कालिक रूप से छुटकारा प्राप्त करने हेतु नशे का आदी हो जाता है। कार्यक्रम में नशामुक्ति पर कालेज के छात्रों द्वारा एक नुक्कड नाटक का मंचन किया गया। नुक्कड नाटक के माध्यम से यह दिखाया गया कि नशा हमेशा परिवार के दुख का कारण बनता है और अन्त में नशा करने वाला व्यक्ति या तो अपंग हों जाता है अथवा मृत्यु को प्राप्त होता है। नाटक में निम्मी शर्मा, राहुल, शिवानी त्यागी, कामना त्यागी, परिचा त्यागी एवं जसवीर आदि ने मुख्य भूमिका निभाई।
एडवोकेट ललित मिगलानी ने अपने वक्तव्य में बताया कि ड्रग्स के कारण हमारा नाड़ी तंत्र कमजोर हो जाता है। उन्होंने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी को सकारात्मक विचारों की ओर बढ़ना होगा ताकि वह तनाव से बचे और ड्रग्स से दूरी बना सके। अफीम, गांजा, चरस आदि ड्रग्स के क्रय विक्रय मे आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान है। साइबर क्राइम के बारे में बताते हुए एडवोकेट मिगलानी ने बताया कि ये क्राइम एक्सपर्ट के माध्यम से होता है जो कि अपनी योग्यता को गलत दिशा में प्रयोग करते हैं।
एआरटीओ सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि देश में सबसे अधिक मृत्यु सड़क दुर्घटना में होती है। उन्होंने कहा कि हमें यातायात के नियमों का पालन चालान के डर से नहीं अपितु स्वयं की सुरक्षा हेतु करना चाहिए। ट्रैफिक रूल्स का पालन हमें अपनी आदत मेें शामिल करना होगा। उन्होने बताया कि ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज को जागरूक किया जा सकता है। यातायात के चालान आम जनता को सुरक्षित जीवन के प्रति जागरूक करने के लिए किये जाते हैं। सड़क पर हमें अनुशासन का पालन करना चाहिए। डा.संजय माहेश्वरी ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि जोश के साथ होश भी रखना चाहिए।
सुश्री अंजली माहेश्वरी ने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति अपने परिवार के साथ-साथ समाज की मुख्यधारा को भी हानि पहुॅचाता है। स्थाई लोक अदालत के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इस अदालत में किसी वकील की आवश्यकता नहीं होती है अपितु तत्काल ही समस्याओं का समाधान किया जाता है। आशु चैधरी ने कहा कि आज नशे की आदत केवल पुरूषों में ही नहीं अपितु महिलाओं में भी फैल रही है। हरिद्वार शहर में बढ़ते नशे पर उन्होने चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने साइकिल के उपयोग पर जोर दिया। एंटी ड्रग्स क्लब के सदस्य वैभव अरोडा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हर तीसवां युवा नशे की आदत से ग्रस्त है।
इस अवसर पर विनय थपलियाल, मोहन चन्द्र पाण्डेय, डा.विनीता चैहान, डा.निविध्ंया शर्मा, डा.मोना शर्मा, डा. कुसुम नेगी, डा.रेनु सिंह , डा.अमिता श्रीवास्तव, डा.पूर्णिता सुन्दरियाल, डा.पुनीता शर्मा, कु.आस्था आनन्द, डा.सुगन्धा वर्मा, डा.पदमावती तनेजा, डा.प्रज्ञा जोशी, रिंकल गोयल, पंकज यादव, दिव्यांश शर्मा एवं कालेज के छात्र छात्राओं में शिवम, खुशी, साक्षी, अभिमन्यु, कोमल, रीना, वैभव अरोड़ा, नेहा पाल, निशा, गुंजन पाण्डे, हार्दिक आदि उपस्थित रहे।