अमरीश
सरकार नहीं मानी तो बड़े स्तर पर होगा आंदोलन-संजीव चौधरी
हरिद्वार, 19 फरवरी। कुंभ को लेकर जारी एसओपी का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। हरिद्वार के व्यापारियों, होटल व पर्यटन व्यवसायियों ने संयुक्त मोर्चे का गठन कर विरोध में आंदोलन करने का ऐलान किया किया है। प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने बताया कि कुंभ को सीमित किए जाने के विरोध में 21 फरवरी से आंदोलन की शुरुआत की जा रही है।
संयुक्त मोर्चे में शामिल सभी संगठन 21 फरवरी को धरना देकर सरकार से एसओपी को सरल बनाने की मांग करेंगे। यदि सरकार नहीं मानती है तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि यूपी और उत्तराखंड में एक ही पार्टी भाजपा की सरकार है। लेकिन दोनों ही प्रदेशों में नियम अलग-अलग हैं। यूपी में माघ मेला आदि बड़े आयोजन कराए जा रहे हैं जिसमें लाखों-करोड़ों लोग शामिल हो रहे हैं। लेकिन हरिद्वार में 12 वर्ष बाद हो रहे हिंदू आस्था के महापर्व कुंभ पर तमाम नियम लादकर मेले को सीमित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हरिद्वार का व्यापारी लंबे समय से मंदी की मार झेल रहा है। व्यापारियों को व्यापारियों को आस थी कि कुंभ मेले के आयोजन होने व्यापार अच्छा चलेगा, मंदी दूर होगी। लेकिन सरकार व्यापारियों के हितों पर लगातार कुठाराघात कर रही है। जिसे कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। सरकार को व्यापक हितों को देखते हुए एसओपी को सरल बनाना चाहिए। संजय चोपड़ा ने कहा 2 साल से हरिद्वार का व्यापारी संकट में है। कोरोना के चलते किए गए लाॅकडाउन ने व्यापारियों की कमर तोड़ कर रख दी है।
दुकानदार, होटल संचालक, पर्यटन व्यवसायी सभी संकट का सामना कर रहे हैं। सरकार ने पहला कांवड़ मेला स्थगित किया। इसके बाद अन्य स्नान पर्वो पर भी अंकुश लगाया गया। अब कुंभ मेला सीमित किए जाने के सरकार के ऐलान के बाद व्यापारियों के सामने संघर्ष के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। बेहद कड़ी एसओपी लागू कर श्रद्धालुओं के कुंभ में आने पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। व्यापारी हित में सरकार के फैसले का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि मांगे नहीं मानी गयी तो मुख्यमंत्री सहित हरिद्वार आने वाले सभी मंत्रियों का घेराव करने से भी व्यापारी पीछे नहीं हटेंगे।
21 फरवरी से शुरू किए जा रहे आंदोलन को एसओपी का सरलीकरण होने तक जारी रखा जाएगा। पूर्व पालिका अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा सरकार आस्था और व्यापार दोनों पर कुठाराघ्कर रही है। सरकार की नीतियां समझ से परे है। सरकार एक और तो दिव्य और भव्य कुंभ कराने की बात करती है दूसरी ओर कथा प्रवचनों तक पर रोक लगा दी गयी है। श्रद्धालुओं को भी कुंभ में आने से रोका जा रहा है। ऐसे में कुंभ कैसे होगा। कुंभ कराने के बजाय बजट को ठिकाने लगाया जा रहा है। सड़कों के निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है। घटिया सामग्री से बनायी जा रही सड़कें एक बरसात भी झेल नहीं पाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार की दमनकारी नीतियों का हरिद्वार के व्यापारी पुरजोर विरोध करेंगे। प्रैसवार्ता में विशाल मूर्ति भट्ट, सुमित अरोड़ा, दीपक गोनियाल, एडवोकेट अरविन्द श्रीवास्तव आदि भी मौजूद रहे।