सुपर कांपलेक्स के व्यापारियों ने लगाया फर्जी शिकायत कर दबाव बनाने का आरोप

Haridwar News
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तनवीर


हरिद्वार, 7 जनवरी। सुपर काॅम्पलेक्स के व्यापारियों ने रानीपुर मोड़ स्थित सिटी हास्पिटल के मालिक पर दुकानदारों के खिलाफ फर्जी शिकायत कर दबाव बनाने का आरोप लगाया है। प्रैस क्लब में पत्रकारो से वार्ता करते हुए व्यापारियों ने कहा कि सिटी हाॅस्पिटल के मालिक के खिलाफ कई विभागों एचआरडीए, अग्निशमन अधिकारी, सिटी मजिस्ट्रेट, उत्तराखण्ड जल संस्थान, एसएसपी और ज्वालापुर पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। जांच को प्रभावित करने और व्यापारियों पर दबाव बनाने के लिए सिटी हास्पिटल के मालिक झूठी शिकायत कर रहे हैं। न्यू चंद्राचार्य चैक व्यापार मंडल के अध्यक्ष मृदुल कौशिक व महामंत्री दीपक अग्रवाल ने कहा कि सिटी हास्पिटल के मालिक ने काम्पलेक्स की छतों पर जाने वाले चार रास्तों में से तीन को पूरी तरह बंद कर दिया है।

साथ ही वहां लगे फायर सिस्टम के पानी के टैंक को भी नष्ट कर दिया गया है। एचआरडीए को दिए पत्र मेे दुकानदारों ने बताया कि लगभग 32 वर्ष पुराना सुपर काम्पलेक्स वर्तमान में चार मंजिल के लिए उपयुक्त नहीं है। इसके बावजूद चैथी मंजिल बनाकर हास्पिटल का विस्तार किया जा रहा है। कांप्लेक्स के दूसरे तल को भी भी हास्पिटल बनाकर व्यवसायिक कर दिया गया है। पहली मंजिल, गैलरियों एवं सामने की बालकनी को भी अवैध रूप से बंद कर दिया गया है।

इसके अलावा सुपर काम्प्लेक्स में टायलेट के सीवरेज में सिटी हास्पिटल के सीवरेज को अवैध रूप से बिना एसटीपी और ईटीपी के जोड़ दिया गया है। जिसकी वजह से काम्पलेक्स के सीवरेज जाम हो जाते हैं। गंदा पानी काॅम्पलेक्स में फैल जाता है। जिससे बीमारी फैलने का खतरा बन रहा है। कॉम्पलेक्स के व्यापारियों को तंग व परेशान करने की नीयत से 32 साल पुराने बने कॉम्पलेक्स में अब दीवार करना चाहते हैं। जिसकी एक सूचना भी व्यापारियों ने दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित करवाई है।
सुनील गुलाटी व अनूप सिंह सिद्धू ने बताया कि कांप्लेक्स के बाहर बनी पार्किंग में सिटी हास्पिटल के डाक्टरों, स्टाफ व आने वाले मरीजों के केयरटेकर, देखभाल करने वालों के वाहन बेतरतीब खड़े रहते हैं जिससे दुकानदारों को अपने वाहन खड़े करने एवं निकालने में काफी परेशानी होती है। मजबूरन उन्हें अपने वाहन बाहर खड़े करने पड़ते है। जिस कारण काम्पलेक्स के दुकानदारों अक्सर चालान की कार्रवाई का सामना करना पड़ता है। व्यापारियों ने बताया कि पिछले 29 दिसम्बर की रात्रि में कॉम्पलेक्स की एक दुकान में आग लग गयी थी। जिसे बामुश्किल अग्निशमन की गाड़ियों ने बुझाया। व्यापारियों का कहना है कि यदि यह आग सिटी हास्टिल की दूसरी या तीसरी मंजिल पर लग जाती तो इसके क्या परिणाम होते इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। क्योंकि लगभग 80 बैड के हास्पिटल का प्रवेश और निकासी का एक ही 8 फुट चैड़ा द्वार है।
सुपर काॅम्पलेक्स के व्यापारी जयपाल सिंह का कहना है कि उनकी दुकान पर आकर उन्हें धमकी दी गयी कि वे सिटी हास्पिटल के विस्तारीकरण के मामले से पीछे हट जायें, वरना गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। सभी दुकानों की बिना अनुमति के फोटोग्राफी की और पांच लाख रूपए मांगने का झूठा आरोप लगाया। जयपाल सिंह ने कहा कि विगत दिनों व्यवसायियों ने सिटी अस्पताल के मालिकों पर सुपर काम्पलेक्स में अवैध रूप से अतिक्रमण कर अस्पताल का विस्तार करने को लेकर हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण मेे लिखित शिकायत दर्ज करायी थी। जिसकी जांच चल रही है

। एचआरडीए द्वारा सिटी हास्पिटल के स्वामी से अस्पताल का नक्शा मांगा गया है। जिसे वे अभी तक जमा नहीं करा पाए हैं। प्रैसवार्ता में दीपक अग्रवाल, सुनील गुलाटी, अनूप सिंह सिद्ध, मृदुल कौशिक, प्रमोद सूद, जितेंद्र वाधवा, डा.साहिल ढींगरा, तन्नु गुप्ता, अमित चैधरी, ऋषिपाल सैनी, उपेंद्र शर्मा, सन्नी चोपड़ा, प्रेरित चैपड़ा, हिमांशु सैनी, सुरेंद्र अग्रवाल, योगेश वाधवा, सुनील कुमार, दीपांकर चक्रपाणी, प्रेम थापा, सिद्धेश्वर चैहान आदि व्यापारी मौजूद रहे।
प्रैसवार्ता के पूर्व व्यापारियों ने एचआरडीए कार्यालय पर प्रदर्शन किया और अधिकारियों को ज्ञापन दिया।

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