तनवीर
हरिद्वार, 27 सितम्बर। विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर विश्व पर्यटन संगठन द्वारा निर्धारित थीम ‘‘टूरिज्म एण्ड ग्रीन इनवेस्टमेंट’’ पर पर्यटन विभाग हरिद्वार के तत्वावधान में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में उत्तराखंड में पर्यटन विकास की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। संगोष्ठी का शुभारंभ क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी सुरेश सिंह यादव ने किया। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साल विश्व पर्यटन दिवस की थीम टूरिज्म एंड ग्रीन इन्वेस्टमेंट यानि पर्यटन और हरित निवेश है।
संयुक्त राष्ट्र विश्व व्यापार संगठन ने पर्यटन उद्योग की बहाली के लिए और भविष्य में वृद्धि और विकास के लिए निवेश को प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक माना है। यूएनडब्ल्यूटीओ ने इस साल लोगों, पृथ्वी और समृद्धि के लिए और अधिक एवं बेहतर लक्षित निवेश की जरूरत को रेखांकित किया है। सुरेश सिंह यादव ने बताया कि हरित निवेश वह विशेष निवेश होता है। जो ऐसी परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करता है। जो प्रदूषण कम करने, जीवाश्म ईंधन को उपयोग को घटाने, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोतों के विकास आदि जैसे पर्यावरण संरक्षण प्रायसों के प्रति प्रतिबद्ध होते हैं।
इसमें पर्यटन से जुड़ी हर गतिविधि एक तरह से हरित गतिविधि होती है। यानि उसमें हरित ऊर्जा का उपयोग होता है और उसकी अन्य गतिविधियां पर्यावरण को हानि नहीं पहुंचाती हैं।
क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी सुरेश सिंह यादव ने कहा कि विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत 27 सितंबर 1980 को हुई थी। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन से जुड़ी सभी संस्थाओं को एकसाथ मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि घूमना-फिरना जिन्दगी का अहम हिस्सा है। इससे हम हर रोज हर वक्त कुछ नया सीखते हैं, देश की तमाम चीजों को करीब से देखते हैं, कई जगहों की स्थानीय संस्कृति, परंपरा और कलाओं को समझते हैं, न सिर्फ हमारे लिए, बल्कि देश और बाकि की दुनिया के लिए भी हमारा घूमना-फिरना उतना ही जरूरी है।
दरअसल हमारा ये सैर-सपाटा, किसी भी देश, राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाता है। स्थानीय लोगों को रोजगार और राज्य को सशक्त बनाता है। विश्व पर्यटन दिवस मनाये जाने का मकसद पर्यटन को बढ़ावा देना, पर्यटकों को आकर्षित करना और घूमने का शौक रखने वालों को नए-नए पर्यटन स्थलों के बारे में जागरूक करना है।
गढ़वाल मण्डल विकास निगम के प्रबन्धक विश्वनाथ बैंजवाल ने कहा कि विश्व पर्यटन दिवस के मद्देनजर देश, राज्य और अंतर्राष्ट्रीय टूरिज्म को बढ़ावा देकर तमाम देशों को आपस में जोड़ा जाता है। जिससे पर्यटक अपने देश के साथ-साथ देश-विदेश की संस्कृति को जान और समझ सकें। उन्होंने कहा कि तीर्थनगरी आने वाले यात्रियों पर्यटकों के साथ सभी को मधु व्यवहार करना चाहिए। यदि हम पर्यटकों के साथ अच्छा व्यवहार करेंगे तो यहां के पर्यटन को अत्याधिक बढ़ावा मिलेगा।
संगोष्ठी के दौरान पेंटिंग एवं निबन्ध प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में मां आनन्दमयी सेवा सदन इण्टर कॉलेज की छात्राओं ने प्रतिभाग किया। पेंटिंग, कला प्रतियोगिता में कक्षा छः की छात्रा आयुषी ने प्रथम, कक्षा आठ की छात्रा काजल गोस्वामी ने द्वितीय एवं नीलम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। निबन्ध प्रतियोगिता में कक्षा 12 की छात्रा वर्षा प्रजापति ने प्रथम, कक्षा 9 की छात्रा राखी मौर्या द्वितीय एवं कक्षा 12 की छात्रा खुशी बिट्टू ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता में छात्राओं के साथ उपस्थित रही अध्यापिका सोनिया एवं हेमलता को भी पुरूस्कृत किया गया। इस दौरान नगर निगम के सहयोग से पर्यटन विभाग द्वारा स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। इस अवसर पर में वरिष्ठ सहायक आशीष कुमार, मनोज कुमार तोमर, मनीषा शर्मा, किरण भटनागर, तीरथ सिंह रावत, गम्भीर सिंह कोहली, नरेन्द्रनाथ, अनुज कुमार, सुनील मलिक, राजेन्द्र, शिवकुमार, मनोज, राजेश जुयाल, हनुमन्त रावत, गीता जोशी, मयंक, सत्यम, राकेश कुमार, प्रेम लाल, आदि उपस्थित रहे।