राहत अंसारी
हरिद्वार, 4 फरवरी। विश्व कैंसर दिवस पर ज्वालापुर स्थित बाला जी इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिकल साइंस एंड कैंसर रिसर्च सेंटर मे इएमए द्वारा केंसर के प्रति जन-मानस में जागरूकता लाने हेतु संगोष्ठी आयोजित का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में कैंसर पर प्रकाश डालते हुए इएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.केपीएस चौहान ने बताया कि शरीर की कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि होना ही केंसर है। जब कोशिकाओं में पौषक तत्वों की कमी से कोशिका विभाजन अनियंत्रित होकर सामान्य से अधिक बढ़ जाता है और कोशिकाओं का गुच्छा बन जाता है,
जिसे गांठ या सिस्ट या ट्यूमर कहते हैं और इसकी प्राइमरी स्टेज को बेनाइन ट्यूमर तथा जब यह सैकेंडरी स्टेज मे एबनाॅर्मल ग्रोथ करता है तब मेलिंगनेंट ट्यूमर या केंसर कहलाता है। केंसर धूम्रपान व तम्बाकू से मुंह व फेफड़ा एवं गले का, एल्कोहल से लीवर वह आंत्र का, अल्ट्रावायलेट किरणों से त्वचा का, मोटापा से पेंक्रियाज का, रेडिएशन से थायराइड व स्तन एवं ब्लड का, कीटनाशक से आहारनली, रक्त, लीवर, स्तन, गर्भाशय का कैंसर होता है। डा.चैहान ने कहा कि कैंसर के प्रति रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने वाले भोज्य पदार्थों का उपयोग अपने दैनिक भोजन में करना चाहिए। प्राकृतिक विटामिन ए बी सी तथा कैरोटिन जो पके हुए पीले व ओरेंज कलर के फल व सब्जियों मे मिलता है, केंसर सैल की वृद्धि को रोकता है।
कैंसर से डरे नहीं कैंसर का इलाज संभव है। कैंसर मे इलेक्ट्रोहोम्योपैथी चिकित्सा अधिक कारगर एवं सुरक्षित है। डा.चौहान ने बताया कि आगामी 27 फरवरी को हरिद्वार में केंसर रिसर्च सेंटर की स्थापना की जा रही है। संगोष्ठी में सुनील कुमार अग्रवाल, विक्रम सिंह चौहान, अशोक कुमार, गुलाम साबिर, शमां परवीन, हीना कुशवाहा, विजय लक्ष्मी, मंजुला होलकर, शिवांकी, लक्ष्मी कुशवाहा, विनीत सहगल, मो.तलहा, ब्रजभूषण, साहिल आदि मौजूद रहे।