दिल्ली का दंगा सुनियोजित: यति नरसिंहानन्द सरस्वती

Politics
Spread the love


हरिद्वार, 03 मार्च। श्रीब्राह्मण सभा हरिद्वार द्वारा दिल्ली में दंगाईयों द्वारा क्रूरतापूर्ण तरीके से मारपीट व आगजनी की घटनाएं की गयी है। दिल्ली के दंगे में मारे गए स्व. हेड कांस्टेबल रतन लाल और आईबी कर्मी स्व. अंकित शर्मा सहित सभी हिन्दुओं की आत्मा की शांति के लिये हरिद्वार के महाराज अग्रसेन घाट पर यज्ञ व श्रद्धाजंली सभा का आयोजन किया गया।
श्रद्धाजंलि सभा को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि दिल्ली में हिन्दू-मुस्लिम दंगे नहीं बल्कि हिन्दुओं का सुनियोजित रूप से नरसंहार किया गया है। पुलिस द्वारा दंगाग्रस्त क्षेत्र में हुई तलाशी में जिस तरह के तथ्य सामने आए हैं, उनसे साफ पता चलता है की उन्होंने इस नरसंहार की पूरी सुनियोजित तैयारी की गई थी। उन्होंने कहा कि हिन्दुआंे को संगठित होकर अपनी एकता को बनाये रखना है। दिल्ली के दंगें दौरान दंगाईयों द्वारा अर्धसैनिक बलों पर गोलीबारी, पथराव और तेजाब फेंका गया। भविष्य में सभी को सचेत रहने की आवश्यकता है।
श्रीब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पण्डित अधीर कौशिक ने सभी मारे गए हिन्दुआंे की आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना करते हुए कहा की आज इस देश मे हिन्दुओं की स्थिति बद से बदतर हो चली है। हिन्दू समाज को संगठित होकर अपनी ताकत का एहसास कराना चाहिए। पं. अधीर कौशिक ने कहा कि दिल्ली की दंगों की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए जो भी दोषी उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देने चाहिए। उन्होंने कहा कि दंगा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सुनियोजित तरीके से राजनीति के तहत दिल्ली में दंगा कराया गया ऐसे लोगों से सभी को सावधान रहने की आवश्यकता है।
हिन्दू स्वाभिमान के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष बाबा परमेन्द्र आर्य ने केंद्र सरकार से इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग करते हुए कहा की अब हिन्दुआंे के धैर्य की सभी परकाष्ठायें पार हो चुकी हैं। दिल्ली का दंगा दुःख का विषय है।
दिल्ली दंगों में मारे गये लोगों की आत्मा की शांति का यज्ञ आचार्य विष्णु पण्डित ने अन्य योग्य ब्राह्मणों के साथ मिलकर कराया।
श्रद्धांजलि सभा में बाबा परमेन्द्र आर्य, यति सेवानन्द सरस्वती, पंडित पवन कृष्ण शास्त्री, सुनील प्रजापति, मनोज पांडे, विष्णु प्रसाद शास्त्री, मुकेश कौशिक, नारायण प्रसाद, पुरोहित कमल शास्त्री, विनय शास्त्री, संभव शास्त्री, रुद्राक्ष भट्ट तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *