अमरीश
हरिद्वार, 18 मार्च। करणी सेना के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकेन्द सिंह काल्वी की अस्थियां शनिवार को पूर्ण विधि विधान से हरकी पैड़ी पर गंगा में विसर्जित की गयी। अस्थि विसर्जन उनके पुत्र प्रताप सिंह काल्वी ने किया। अस्थि कलश हरिद्वार पहुॅचने पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा द्वारा राजपूत धर्मशाला में स्व.काल्वी को श्रद्धांजलि दी गयी। श्रद्धांजलि सभा में राजस्थान, दिल्ली, उप्र, हिमाचल, हरियाणा, उत्राखंड से करणी सेना के कार्यकत्र्ता एवं राजपूत समाज के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी शामिल रहे।
लोकेन्द्र काल्वी का निधन उनके गृह जनपद नागौर ग्राम काल्वी जयपुर राजस्थान मे 14 मार्च को निधन को गया था। चन्द्रशेखर सरकार में मंत्री रहे कल्याण सिंह काल्वी के पुत्र लोकेन्द्र काल्वी ने 2018 मे राष्ट्रीय करणी सेना का गठन किया था। पद्मावत फिल्म के विरोध को लेकर लोकेंद्र कल्वी व करणी सेना बेहद चर्चा मे रहे थे।
श्रद्धांजलि सभा में राष्ट्रवादी जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष शेर सिंह राणा ने स्व.लोकेंद्र काल्वी को श्रद्वांजलि देते हुए कहा कि लोकेन्द्र काल्वी के विरोध के चलते ही फिल्म पद्मावत के निर्देशक भंसाली को फिल्म के कई दृश्यों को वापस लेना पड़ा। दिल्ली प्रदेश के महामंत्री कुलदीप सिंह ने कहा कि लोकेन्द्र काल्वी अपनी साफ छवि के कारण देश के बडे नेताओं मे विशेष स्थान रखते थे।
उत्तराखंड क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष ठाकुर यशपाल सिंह ने उन्हे राजपूत मसीहा एवं सरल सहज व्यक्तित्व का धनी एवं बेदाग नेता बताया। प्रदेश महामंत्री डा. शिवकुमार चौहान ने श्रद्वांजलि अर्पित करते हुये कहा कि काल्वी के एक इशारे पर लाखों युवा उनके पीछे चल पडते थे। क्षत्रिय महासभा के जिला महामंत्री सुशील पुंडीर ने काल्वी को सर्वसमाज के हितों की रक्षा करनेे वाला सच्चा समाजसेवी बताया। श्रद्वांजलि सभा मंे प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमसिंह राणा, महामंत्री डा.शिवकुमार चौहान, जिलाध्यक्ष शेखर राणा, जिलामंत्री सुशील पुंडीर, हदयेश पुंडीर, मदनपाल सिंह, पीयूष पुंडीर, धीरज राणा, कुलदीप तोमर, महेश राणा, पलटू राणा, मेजर हिमांशु, मोहित चौहान आदि उपस्थित रहे।