अमरीश
हरिद्वार, 3 जून। भारतीय जनता पार्टी द्वारा सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राज्यपाल को कांग्रेस के विरोध में ज्ञापन सौंपा गया। भाजपा के जिला महामंत्री विकास तिवारी के नेतृत्व में सौपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि कांग्रेस के नेता इस आपदा काल में भी राजनीति कर रहे हैं और अपने घरों में बैठकर सस्ती लोकप्रियता हत्या हासिल करने के लिए भाजपा को आरोपित कर रहे हैं। कांग्रेस के नेता यह बताएं कि राजस्थान, पंजाब और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में जहां मजदूरों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है और सबसे ज्यादा पलायन भी इन्ही राज्यों से मजदूरों ने किया है। वहां की सरकारों ने मजदूरों को कितनी आर्थिक सहायता दी है।
कांग्रेस के नेताओं को यह भी बताना चाहिए कि इस वैश्विक महामारी में जहां पूरा देश केंद्र और राज्यों की सरकारों के साथ खड़ा रहा। वहीं कांग्रेस के नेताओं ने प्रधानमंत्री केयर फंड और सीएम राहत कोष में कितनी आर्थिक सहायता की है। उन्होंने कहा कि एक और जहां भाजपा के सभी विधायकों ने अपना 30 प्रतिशत वेतन इस महामारी में सरकार को देने की सहमति दी है। वहीं कांग्रेस के विधायकों ने यह वेतन देने से साफ मना कर दिया है। इससे अधिक शर्म की बात कुछ हो नहीं सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा इस वैश्विक महामारी में 3 माह का राशन जनता को अग्रिम दिया गया और कुछ मुफ्त राशन भी दिया गया। जबकि कांग्रेस शासित प्रदेशों में ऐसा कुछ नहीं किया गया।
केंद्र की मोदी सरकार ने इस वैश्विक महामारी में उज्जवला परिवारों को 3 माह तक मुफ्त गैस सिलेंडर, सभी जन धन खातों में 500 रूपए, रजिस्टर्ड मजदूरों को 2000 रूपए और 3 माह तक मुफ्त दाल वितरण किया है। जबकि कांग्रेस की राज्य सरकारंे ऐसा कुछ नहीं कर पायी। विकास तिवारी ने ज्ञापन के माध्यम से मांग कि है कि कांग्रेस के नेताओं के आरोपों की जांच की जाए और जनता के सामने लाया जाए। ज्ञापन प्रेषित करने वालों में भाजपा मध्य हरिद्वार मंडल अध्यक्ष राजकुमार अरोड़ा और कनखल मंडल अध्यक्ष मयंक गुप्ता शामिल रहे।