राहत अंसारी
हरिद्वार, 8 अप्रैल। रमजान के पहले जुमे पर रोजेदारों ने विभिन्न मस्जिदों में नमाज अदा कर देश में सुख समृद्धि व खुशहाली की दुआएं मांगी। उपनगरी ज्वालापुर व भेल की मस्जिद में अदा की गयी जुमे की नमाज में हजारों रोजेदार शामिल हुए। जामा मस्जिद में मौलाना इकबाल कासमी, मदरसा दारूल ऊलुम रशीदिया में मौलाना आरिफ, मण्डी की मस्जिद में हाफिज कुतबुदीन, मदीन मस्जिद में हाफिज मेहताब आलम, कोटरवान मस्जिद में मुबारक अली अशरफी ने नमाज अदा करायी।
पवित्र रमजान के पहले जुमे की नमाज अदा कराते हुए मौलाना आरिफ ने कहा कि रमजान वह महीना है। जिसमें खुदा ताल्हा ने इंसान की भलाई के लिए कुरान को नाजिल किया। रोजेदार को इस महीने में कुरान की तिलावत अधिक से अधिक करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पैगम्बर मौहम्मद साहब का फरमान यह है कि तुम में से सबसे अच्छा वह शख्स है, जो कलाम पाक को सीखे और सिखाए। अभिभावकों को अपने बच्चों को कुरान की शिक्षा की तरफ अग्रसर करना चाहिए।
जामा मस्जिद के मौलाना इकबाल कासमी व मण्डी की मस्जिद के हाफिज कुतबुदीन ने कहा कि रोजे की भूख और प्यास हमें गरीबों की भूख प्यास का अहसास दिलाती है। उन्होंने कहा कि गरीब मिसकिनों की मदद करनी चाहिए। रोजे का मतलब केवल भूखा रहना ही नहीं है। रोजे में पांचों की वक्त नमाज, कलाम पाक की तिलावत व इंसानियत की सेवा में वक्त बिताना चाहिए।
रमजान के पहले जुमे की नमाज अदा करने के बाद रोजेदारों ने बाजार में इफ्तारी की खरीददारी भी की। इफ्तारी की खरीददारी के लिए रोजेदारों की भीड़ की चलते बाजारों में खूब चहल पहल रही।