राहत अंसारी
हरिद्वार, 1 जून। हिंदुवादी नेता चरणजीत पाहवा ने कहा है कि धार्मिक स्थलों के निर्माण से पहले युद्ध स्तर पर अस्पतालों का निर्माण कराया जाए। प्रैस को जारी बयान में चरणजीत पाहवा ने कहा कि श्री राम मंदिर के ट्रस्टीयों को मंदिर निर्माण के लिए एकत्र हुए धन को जनहित को देखते हुए अस्पताल निर्माण में खर्च करना चाहिए। स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में कोरोना से हो रही जनहानि को देखते हुए मंदिर निर्माण को कुछ समय के लिए रोककर अस्पतालों का निर्माण करना चाहिए। प्रत्येक जिले में 2 हॉस्पिटल बनाए जाएं।
जिनमें गरीब परिवारों को मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जाए। कोरोना काल की विभीषिका में मानव जीवन बचाने पर खास जोर दिया जाना चाहिए। मानव जीवन बचेगा तो ही मंदिर निर्माण करना सार्थक होगा। जिस तरीके से कोरोना वायरस फैल रहा है और पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में आम जनता मर रही है। इसे देखते हुए सभी धर्म समुदाय की धार्मिक संस्थाओं को स्वयं आगे आकर सरकारों का सहयोग करना चाहिए। धार्मिक संस्थाओं में उपलब्ध धन से स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में योगदान देना चाहिए। सरकारी अस्पतालों में इलाज नहीं मिलने और निजी अस्पतालों में इलाज महंगा होने की वजह से गरीब मर रहे हैं। बीमारी से लोग बचे रहेंगे तो धािर्मक स्थलों का निर्माण कुछ समय बाद भी किया जा सकेगा।
चरणजीत पाहवा ने कहा कि सरकार को विधायकों और मंत्रियों की बेनामी संपत्ति की जांच कराकर उसे गरीबों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में खर्च करे। लोगों की जान बचाना सरकार का पहला काम है। बाकी सारे काम इसके बाद कराए जा सकते हैं। जगजीतपुर में बनाए जा रहे मेडिकल कालेज की तरह रूड़की व भगवानपुर क्षेत्र में भी सभी सुविधाओं से युक्त हाॅस्पिटल बनाए जाने चाहिए।