कमल खडका
हरिद्वार, 24 अक्टूबर। शनिवार को धर्मनगरी में शारदीय नवरात्र की अष्टमी और नवमी का पर्व पूर्ण श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया। अष्टमी और नवमी का पर्व एक ही दिन होने के चलते महागौरी व मां सिद्धदात्री का पूजन एक ही दिन किया गया। नवरात्र व्रत रख रहे श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा अर्चना कर कंजकाओं को भोजन व दक्षिणा प्रदान कर व्रत का पारायण किया। भोजन कराने से पूर्व व्रतधारी श्रद्धालुओं ने कन्याओं के पैर धोए तथा तिलक लगाकर व हाथ में कलावा बांधकर उनकी आरती की।
कंजकाओं के साथ लांगूर के रूप में एक बालक को भी भोजन कराया गया। समाजसेवी कमल खड़का ने कहा कि सभी संकटों को हरने वाली तथा सुख समृद्धि प्रदान करने वाली मां दुर्गा की नवरात्रों में पूजा अर्चना करने के साथ सभी को कन्याओं के संरक्षण व संवर्द्धन का भी संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदु धर्मशास्त्रों में नारी को देवी के समान पूज्यनीय माना गया है। नौ दिन के नवरात्र पर्व को नारी की आराधना का पर्व माना गया है।
लेकिन आज महिलाओं व बालिकाओं के प्रति जिस प्रकार अपराध बढ़े हैं। वह पूरे समाज के लिए चिंता का विषय है। नवरात्र में सभी को नारी उत्थान के लिए भ्रूण हत्या रोकने व प्रत्येक नारी को सम्मान देने के दो संकल्प अवश्य लेने चाहिए। यही सच्ची नवरात्र पूजा होगी। इस दौरान खड़का परिवार ने खुशी, खुशबु, आशी, जानू, मीठी, महक, अलक, पीहू, अंशु आदि सहित दर्जनों कन्याओं का पूजन कर व उन्हें भोजन आदि कराकर व्रत का पारायण किया।