तनवीर
पैसे लेकर भी चरस नहीं देने पर दिया हत्याकांड को अंजाम
हरिद्वार, 27 जनवरी। लकसर कोतवाली पुलिस ने मर्डर केस का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक के पैसे लेकर भी चरस नहीं दिलाने पर आरोपी ने कुल्हाड़ी से गर्दन पर वार कर उसकी हत्या कर दी थी। एसएसपी ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम की पीठ थपथपाते हुए पांच हजार रूपए का इनाम देने की घोषणा की है। लकसर कोतवाली में पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसएसपी परमेंद्र डोबाल ने बताया कि 24 जनवरी को जमदग्नि डिग्री कालेज के पास लकसर निवासी राजेंद्र का शव बरामद हुआ था।
मृतक के पुत्र द्वारा हत्या का मुकद्मा दर्ज कराए जाने के बाद घटना के खुलासे और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए गठित पुलिस टीम की जांच पड़ताल में सामने आया कि एक संदिग्ध व्यक्ति घर से फरार है और उसके फोन का स्विच भी आॅफ है। संदिग्ध की तलाश में दबिश दे रही पुलिस टीम ने 26 जनवरी की शाम ग्राम नगला खिताब से रेलवे स्टेशन की तरफ जाते हुए उसे दबोच लिया। आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए ट्रेन में सवार होकर बिहार भागने की फिराक में था। एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि आरोपी राकेश पुत्र हुकम सिह निवासी पीपली लक्सर चोरी और लूट के मामलों में पहले भी जेल जा चुका है और नशे का आदी है।
राकेश ने चरस दिलाने के लिए मृतक राजेन्द्र को एक माह पूर्व तीन हजार रुपये दिये थे। लेकिन राजेन्द्र ने न तो चरस दिलायी और न रुपए लौटाए। 23 जनवरी की रात जब मृतक राजेंद्र कपडों की फेरी करके वापस घर लौट रहा था तो रास्ते में दोनों के बीच इस बात को लेकर बहस हो गयी। लगातार आनाकानी से नाराज राकेश ने तैश में आकर खेत में लकड़ी काटने के लिए साईकिल पर रखी कुल्हाडी से राजेंद्र की गर्दन पर वार कर हत्या कर दी और शव को गढ्डे में ले जाकर पत्तों से ढक दिया। उसने मौके पर पडे़ खून को भी पेड के पत्तो से साफ करने का प्रयास किया।
आरोपी की निशानेदेही पर पुलिस टीम ने हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, आरोपी के खून से सने कपडें, मृतक के जूते, साईकिल व कपडे की पोटली आदि बरामद की है। पुलिस टीम में सीओ लकसर निहारिका सेमवाल, लकसर कोतवाली प्रभारी राजीव रौथाण, एसएसआई मनोज गैरोला, एसआई लोकपाल परमार, एसआई मनोज नौटियाल, अपर उपनिरीक्षक रंजीत नौटियाल, हेडकांस्टेबल विनोद कुमार, पंचम प्रकाश, रियाज अली, कांस्टेबल सतपाल राणा, सचिन कुमार, अनूप पोखरियाल, हिमांशु चैधरी, जगत सिंह, टीकम सिंह चैहान, कांस्टेबल चालक लालसिंह, सीआईयू टीम रूड़की शामिल रही।