अमरीश
हरिद्वार, 15 जनवरी। कनखल स्थित श्री निर्मल संतपुरा आश्रम में मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर रात्रि में शबद कीर्तन और गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रागी जनों ने शबद कीर्तन और सुखमणि साहिब का पाठ किया। कड़ा प्रसाद का भोग लगाया गया और अरदास की गई। इस अवसर पर श्री निर्मल संतपुरा के परमाध्यक्ष महंत जगजीत सिंह महाराज ने शबद कीर्तन के माध्यम से श्री गुरु ग्रंथ साहिब और गुरु की वाणी का अलौकिक वर्णन किया।
श्रद्धालु संगत को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह उत्तराखंड में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। वैसे ही पंजाब में लोहड़ी और मकर संक्रांति तथा हर महीने होने वाली संक्रांति को विशेष रूप से गुरुद्वारों में शब्द कीर्तन के माध्यम से मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति में जहां नदियों में स्नान का महत्व है, वहीं यह पर्व मानव जीवन में नव संचार कायम करता है।
कार्यक्रम के पश्चात श्रद्धालुओं को लंगर बरताया गया। कार्यक्रम में बाबा मोहन सिंह, बाबा मनजीत सिंह, संत बलजिंदर सिंह, ग्रंथी देवेंदर सिंह, इंदर जीत सिंह, अमरजीत सिंह, पवन आदि ने भाग लिया।