राकेश वालिया
हरिद्वार, 16 मार्च। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा है कि मां गंगा व मां मंशा देवी की कृपा से उत्तराखण्ड सहित पूरा देश कोरोना के प्रकोप से सुरक्षित रहेगा। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में संत महापुरूषों के साथ देश को कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए पूचा अर्चना की और निरंजनी अखाड़ा घाट पर मां गंगा मैय्या का दुग्धाभिषेक कर प्रार्थना करते हुए श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में संत महापुरूषों के तपोबल के चलते अनेक विपदाएं स्वयं ही दूर हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि मां गंगा व मां मंशा देवी के अलावा उत्तराखण्ड की सभी पौराणिक सिद्ध पीठों की शक्तियों से सभी भलीभांति परिचित हैं। दैवीय कृपा के चलते कोरोना के प्रकोप से देश पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। कुछ लोग जो इस वायरस से संक्रिमत हो गए हैं। वे भी जल्द ही स्वस्थ हो जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में केंद्र सरकार वायरस से जनता को बचाने के लिए सभी प्रयास कर रही है। लोगों को भी इसमें सहयोग करना चाहिए। बताए जा रहे बचाव के सभी उपायों को अमल में लाना चाहिए और बेवजह की अफवाहों पर ध्यान नही ंदेना चाहिए। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि कोरोना के चलते देश की जनता को सतर्कता बरतनी चाहिए। आवश्यक कामों के मद्देनजर ही बाहर जाएं। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचना चाहिए। जागरूकता से ही कोरोना वायरस से लड़ा जा सकता है। राज्य की त्रिवेंद्र सरकार कोरोना वायरस को लेकर शासन स्तर पर बचाव के उपाय कर रही है। विदेशी यात्रियों की हवाई अड्डों व रेलवे स्टेशनों पर जांच भी प्रमुखता से की जा रही है। भारत में आने वाले यात्रियों की जांच स्वास्थ्य विभाग गहनता से कर रहा है। उन्होंने कहा कि अपने घरों में मां गंगा व मां मंशा देवी का जाप करें। दुखों को हरने वाली मां गंगा सभी का उद्धार करती है। धार्मिक क्रियाकलाप हवन यज्ञ से उठने वाला धुंआ वातावरण को पूरी तरह शुद्ध करता है। लाखों करोड़ों श्रद्धालु भक्त मां गंगा का आचमन करते हैं। मां गंगा की सच्चे मन से की गयी प्रार्थनाएं अवश्य ही कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है। मंशादेवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुंरी महाराज ने कहा कि मां मंशा देवी मंदिर में हजारों श्रद्धालु भक्त आते हैं। जिनको कोरोना वायरस से बचाने के सभी उपाय किए गए हैं। इस अवसर पर महंत डोंगर गिरी, श्रीमहंत लखनगिरी, म.म.प्रबोधानंद गिरी, महंत मनीष भारती, महंत सुखदेव पुरी, महंत रतन गिरी, महंत बलवीर पुरी, महंत राजेंद्र भारती, महंत राकेश गिरी, महंत अंबिका पुरी, महंत राज गिरी, दिगंबर आशुतोष पुरी, महंत रवि पुरी, श्रीमहंत रामरतन पुरी, श्रीमहंत ओंकार गिरी मौजुद रहे।