तनवीर
हरिद्वार:- नगर निगम की बोर्ड बैठक मे जमकर हंगामा हुआ।मेयर अनिता शर्मा और नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती के सामने पुलिस बल ने भाजपा और कांग्रेस पार्षदों में बीच बचाव कराया। भाजपा पार्षदों ने मेयर पति अशोक शर्मा पर नगर निगम के कार्यों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया।
बोर्ड बैठक में भाजपा और कांग्रेस दोनो पक्षों में तीखी नोंकझोंक हुई। भाजपा के पार्षद अपने दल के नेता सुनील अग्रवाल के नेतृत्व में धरने पर बैठे गए। भाजपा पार्षदों ने मेयर अनिता शर्मा से सवाल किया कि आप हरिद्वार के मेयर है या आपके पति मेयर है। पार्षदों ने मेयर पति पर बोर्ड कार्यो में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि किसी प्रतिनिधि के बोर्ड बैठक ने बैठने का प्रावधान नही है। पार्षदों ने पूछा कि बोर्ड बैठक में पास प्रस्ताव को मेयर किस अधिकार से खारिज कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मेयर बोर्ड प्रोसिडिंग से छेड़ छाड़ करती है।
प्रेम प्रकाश आश्रम को दी जा रही भूमि के बोर्ड में पास प्रस्ताव को लेकर भी हंगामा हुआ। जिसे कांग्रेसी पार्षद मेयर के पक्ष में उतर गए। भाजपा और कांग्रेस पार्षद आमने सामने आ गए। मौके पर दोनों दलों के नेता जमकर नारेबाजी करने लगे।
गुटों में बटी नजर आई भाजपा
जबकि भाजपा पार्षद दल के नेता सुनील अग्रवाल की बात भी भाजपा पार्षदों ने नहीं सुनी ।
मेयर अनीता शर्मा ने कहा कि बोर्ड की प्रोसीडिंग बैठक के बाद निगम कार्यालय से ही होती है।कोई फाइल घर लेकर नहीं जाता है। प्रोसीडिंग से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जाती है। प्रेम प्रकाश आश्रम का मामला पूर्व से ही न्यायालय में चल रहा है। भाजपा पार्षद अनर्गल बयानबाजी कर बोर्ड बैठक में हंगामा करते हैं। अपने निजी हितों को लेकर दखल देना भाजपा पार्षदों की आदत बन चुकी है ,जबकि प्रत्येक बार बोर्ड बैठक में हंगामा होना आम बात हो गई है। क्षेत्र के लोग भी जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली से हताश निराश है।