तनवीर
जन सुनवाई कर निर्धारित किया जाए रूट-संजय त्रिवाल
हरिद्वार, 2 जून। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष डा.नीरज सिंघल ने सरकार से प्रस्तावित पाॅड कार टैक्सी का रूट बदलने की मांग करते हुए कहा कि व्यापारियों का विरोध परियोजना को लेकर नहीं बल्कि रूट को लेकर है। उत्तराखंड मेट्रो रेल कार्पोरेशन द्वारा व्यापारियों और सामाजिक संगठनों की राय लिए बिना ही रूट निर्धारित कर दिया गया है। अति भीड़भाड़ वाले और संकरे क्षेत्र से पाॅड कार का संचालन होने से व्यापार तो प्रभावित होगा ही साथ ही हरिद्वार में लगने वाले विभिन्न मेलों और स्नान पर्वो के दौरान भी समस्या उत्पन्न होगी।
इसलिए शहर के व्यापारियों और सामाजिक संगठनों की भावनाओं और भविष्य में उत्पन्न होने वाली समस्याओं को ध्यान में रखते हुए परियोजना के रूट में बदलाव किया जाना चाहिए। श्री देवभूमि रक्षा समिति के अध्यक्ष संजय त्रिवाल ने कहा कि उत्तराखण्ड मेट्रो रेल कारपोरेशन पहले हरिद्वार के प्रबुद्ध नागरिकों, व्यापारी वर्ग एवं जन संगठनों के प्रतिनिधियों से वार्ता करे। इसके लिए जिला अधिकारी की अध्यक्षता में एवं खुले में जन सुनवाई की जाए। उसके बाद ही प्रस्तावित पाॅड कार परियोजना का टेन्डर किया जाए। उन्होंने कहा कि उनका विरोध वर्तमान में प्रस्तावित रूट को लेकर है।
मेट्रो रेल काॅर्पोरेशन द्वारा अपर रोड़, हरकी पैड़ी जैसे मानवीय दबाव तथा सधन आबादी वाले क्षेत्र का चुनाव पाॅड कार संचालन के लिए किया गया है। इस मार्ग से ही कुम्भ मेले में अखाड़ों की पेशवाई हरकी पैड़ी स्नान के लिए जाती हैं। इसके अलावा अनेक शोभायात्राओं के जलुस व धार्मिक आयोजन भी क्षेत्र होते रहते हैं। त्रिवाल ने कहा कि उत्तराखण्ड मेट्रो रेल कारपोरेशन को जनहित एवं शासनहित में पाॅड कार रूट को बदलकर इसे गंगा किनारे ले जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि रूट परिवर्तित नहीं किया जाता है तो व्यापारी, सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों द्वारा चिपको आंदोलन की तर्ज पर सड़क से चिपक कर परियोजना का विरोध किया जाएगा।