निरंजन पीठाधीश्वर ने जताया नगरवासियों का आभार सौभाग्यशाली हैं हरिद्वार वासी-स्वामी कैलाशानंद गिरी

Haridwar News
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तनवीर
हरिद्वार, 4 मार्च। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने नगर वासियों का आभार जताते हुए कहा है कि श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी की पेशवाई के दौरान श्रद्धालु भक्तों का उमड़ा जनसैलाब सनातन धर्म के प्रति उनकी श्रद्धा भक्ति को दर्शाता है। कुंभ मेले के दौरान संत महापुरुषों के प्रति आस्थावान श्रद्धालु भक्त हमेशा से ही सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में अपनी सहभागिता को निभाते आए हैं और आगे भी सदैव राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान प्रदान करते रहेंगे।

प्रैस को जारी बयान में आचार्य स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि समुद्र मंथन से निकले अमृतकलश से छलकी अमृत की बुंदे जिन स्थानों पर गिरी। हरिद्वार सहित उन चार स्थानों पर कुंभ का आयोजन होता है। हरिद्वार नगरवासी सौभाग्यशाली हैं कि यहां प्रत्येक 12 वर्ष के अंतराल पर कुंभ मेले का आयोजन होता है। कुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। जो पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म को एक अनोखे रूप में दर्शाता है।

समुद्र उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के दौरान गुफाओं एवं पर्वतों से आने वाले तपस्वी संतों के दर्शन मात्र से ही श्रद्धालु भक्तों का उद्धार हो जाता है और गंगा तट पर इतनी बड़ी संख्या में संत महापुरुषों का सानिध्य सौभाग्यशाली व्यक्ति को ही प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि भारत एक आस्थावान देश है। जिसमें धर्म के प्रति समर्पित रहने वाले करोड़ों श्रद्धालु भक्त कुंभ मेले के दौरान पतित पावनी मां गंगा में डुबकी लगाकर अपने जीवन को सफल बनाते हैं। उन्होंने सभी श्रद्धालु भक्तों से अपील करते हुए कहा कि कुंभ के दौरान हरिद्वार आगमन कर स्वयं को पुण्य का भागी बनाएं और साथ ही कोरोना गाइडलाइन का पालन भी अवश्य करें। क्योंकि आस्था के साथ साथ सतर्कता भी अत्यंत आवश्यक है।

स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी की भव्य पेशवाई से पूरे विश्व में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है और इसी प्रकार संपूर्ण कुंभ मेला दिव्य भव्य एवं सुरक्षित रूप से संपन्न होगा।

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