कमल खडका
हरिद्वार, 6 जुलाई। उत्तराखंड चारधम यात्रा कोविड-19 की वजह से देश विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए विधिवत रूप से संचालित ना होने की वजह से भारी नुकसान का सामना कर रहे टैक्सी-मैक्सी ट्रांसपोर्ट एसो. के पदाधिकारियों ने प्रतिनिधि मंडल के रूप में संरक्षक संजय चोपड़ा की अगुवाई में उत्तराखंड सरकार के वन एवं पर्यावरण, श्रम, आयुष, सेवा आयोजन, कौशल विकास मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत से कोटद्वार से देहरादून जाते समय चंडीघाट पहुँचने पर वन मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत का पटका ओढ़ाकर भव्य स्वागत किया।
स्वागत के उपरांत प्रतिनिधि मंडल ने अपना 3 सूत्रीय मांगों से संबंधित ज्ञापन वन मंत्री को सौपा। टैक्सी-मैक्सी ट्रांसपोर्ट एसो. के पदाधिकारियों ने पुनः अपनी मांगो को दोहराते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत से मांग की कोविड-19 की वैश्विक महामारी की वजह से लॉकडाउन अवधि से अनलॉक अवधि तक सामान्य रूप से देश विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए चारधाम यात्रा संचालित ना होने से उत्तराखंड के टैक्सी- मैक्सी, ट्रांसपोर्टर, परिवहन व्यवसायी आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना कर रहे है। ज्ञापन में मांग की सरकार की और से समस्त टैक्सी-मैक्सी परिवहन स्वामियों का दो साल का समस्त टैक्स माफ किया जाना, चालको के खातों में 10-10 हजार की अनुदान राशि दिया जाना, बैंको की लोन किश्तों में चक्रवर्ती ब्याज को माफ किये जाने संबंधित प्रमुख मांगो को दोहराया।
इस अवसर पर हरिद्वार पहुँचे पर वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने टैक्सी मैक्सी ट्रांसपोर्ट एसो. के प्रतिनिधि मंडल को आश्वासित करते हुए कहा कोविड-19 की वजह से प्रभावित हुए व्यापार व चारधाम यात्रा से जुड़ी सभी गतिविधियों का बड़े पैमाने पर सरकार द्वारा मूल्यांकन किया जा रहा है। टैक्सी मैक्सी व परिवहन व्यवसायियों की और से मांगो से संबंधित विषयांे का ज्ञापन दिया गया है। परिवहन व्यवसायियो की इन मांगों पर सरकार द्वारा उचित प्रबंधनों के साथ योजना लायी जाएंगी। इसके लिए कार्य सरकार की और से प्रचलन में है। डॉ.रावत ने कहा मेरी और से हमेशा प्रयास रहे हैं कि टैक्सी-मैक्सी वाहन स्वामियों की चोटी बड़ी समस्या के समाधान के लिए हमेशा प्रयास करता रहा हूँ।
अब कोविड 19 की वजह से 4 महीने के लॉकडाउन से प्रभावित हुए टैक्सी मैक्सी परिवहन स्वामियों की मांगों ओर मुख्यमंत्री से चर्चा कर आगामी कैबिनेट की बैठक में विषय को लाने के प्रयास किये जायेंगे। ताकि उत्तराखंड राज्य में पर्यटन उद्योग, चारधाम यात्रा का संचालन करने वाले सभी व्यवसायी अपनी जीविका का संचालन कराया जाना सरकार प्राथमिकता है। अब इन विषयों पर जनहित में राज्य सरकार की और जन कल्याणकारी योजनाए लाया जाना हमारा लक्ष्य है। एसो. के संरक्षक संजय चोपड़ा ने कहा उत्तराखंड के सभी टैक्सी-मैक्सी चालको व मालको का पूर्वती राज्य सरकार के संरक्षण में 2013-14 केदारनाथ की प्रकार्तिक आपदा के दौरान टैक्स माफ किया गया था।
वह देन डॉ. हरक सिंह रावत की थी और उस दौर में कृषि उद्यान मंत्री रहते हुए डॉ. हरक सिंह रावत, राज्य सरकार द्वारा पूर्व से चलाई जा रही वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना के तहत युवा बेरोजगारों को रोजगार के अवसर प्रदान करते हुए टैक्सी- मैक्सी सवारी गाड़िया आसान किश्तों पर उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार द्वारा उचित प्रबंधनों के साथ आजीविका संचालित करने के लिए कर्ज के रूप में अनुदान दिया गया था। इसी के तर्ज पर वर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अगुवाई में भाजपा सरकार द्वारा उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों को समझते हुए उत्तराखंड के टैक्सी-मैक्सी परिवहन स्वामियों का 2 साल का टैक्स माफ किया जाना न्यायसंगत होगा। उन्होंने यह भी कहा वर्ष 2019 में पूर्व से ही रेल गाड़ियों का संचालन ना होने के कारण ऋषिकेश, हरिद्वार, देहरादून अपितु गढ़वाल का 80 फीसदी व्यापार पहले से ही शून्य पड़ा था और उसके बाद कोरोना वैश्विक महामारी की वजह लॉकडाउन अवधि के दौरान चारधाम यात्रा का विधिवत रूप से संचालन ना होने के कारण टैक्सी मैक्सी सवारी गाड़िया या तो गैरेज में खड़ी है, और कुछ टैक्सी मालिकों द्वारा विधिवत रूप से गाड़ियों का संचालन ना होने की वजह से टैक्सी सवारी गाड़ियों के कागजों को आरटीओ में सरंडर कर दिए है।
राज्य सरकार द्वारा इन विषयों पर ध्यान रखते हुए टैक्सी परिवहन स्वामियों की उचित मांग पर आगामी कैबिनेट की बैठक में परिवहन व्यवसायियों के लिए उचित निर्णय लेते हुए टैक्सी मैक्सी परिवहन व्यवसायियों की 3 सूत्रीय मांग पर हाई पावर कमेटी का गठन कर इनकी समस्याओं का निदान किया जाना न्यायपूर्ण होगा। वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत का स्वागत कर अपनी 3 सूत्रीय मांगो का ज्ञापन सौपते अध्यक्ष गिरीश भाटिया (बंटी), चंद्रकांत शर्मा, निर्मल सिंह, इकबाल सिंह, हरीश भाटिया, बलवीर सिंह नेगी, नाथीराम सैनी आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।