गौरव रसिक
हरिद्वार, 2 नवंबर। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों ने पेंशन राशि में वृद्धि तथा पति पत्नि दोनों को पेंशन सुविधा दिए जाने की मांग की है। ज्वालापुर में हुई संगठन की बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष चैधरी चरण सिंह ने कहा कि देश के कई राज्यों में पति पत्नि दोनों को वृद्धावस्था पेंशन दी जा रही है। जबकि उत्तराखण्ड में परिवार के एक मात्र वृद्ध को पेंशन दिए जाने का प्रावधान है।
अन्य राज्यों की भांति उत्तराखण्ड में भी वृद्धों को मिलने वाली पेंशन राशि में बढ़ोतरी कर पति पत्नि दोंनों को प्रतिमाह तीन हजार रूपए पेंशन दी जानी चाहिए। जिससे महंगाई के इस दौर में वृद्ध दंपत्ति अपनी गुजर बसर कर सकें। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2018 को मुख्यमंत्री ने पति पत्नि दोनों को वृद्धावस्था पेंशन दिए जाने की घोषणा की थी। लेकिन इस घोषणा का क्रियान्वयन अभी तक नहीं हो सका है।
बैठक में ईपीएफओ के न्यूनम पेंशन तीन हजारू रूपए दिए जाने के निर्णय का सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने स्वागत करते हुए पेंशन राशि में बढ़ोतरी व पति पत्नि दोंनो को पेंशन दिए जाने की घोषणा को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेजने का निर्णय लिया। बैठक में देवीदयाल, हरदयाल अरोड़ा, बाबूलाल सुमन, विपिन गोयल, भोपाल सिंह, जितेंद्र कुमार, एससीएस भास्कर, उमेश कुमार गोयल, गुलाव राय, शिवकुमार शर्मा, सुभाषचंद्र, एनसी काला, प्रेम भारद्वाज, शिवचरण, सीताराम, जेएस सक्सेना, ताराचंद धीमान, श्यामसिंह, भगवत शर्मा, एमए सुरेश, केपी शर्मा आदि मौजूद रहे।