राहत अंसारी
हरिद्वार, 1 मार्च। तेजेंद्र जीत कौर ने एक प्रमुख संत पर जगजीतपुर स्थित अखाडे़ की संपत्ति खुर्दबुर्द करने का आरोप लगाते हुए संत ने अवैध रूप से 23 संपत्तियों की रजिस्ट्री कर दी है। प्रैस क्लब में पत्रकारवार्ता के दौरान तेजेंद्र जीत कौर ने आरोप लगाते हुए कहा कि संत भूमाफिया व दबंगों के साथ मिलकर संपत्ति खुर्दबुर्द करने में लगे हुए हैं। स्वयं को महापुरूष व ज्ञानी बताने वाले संत अखाड़े की आड़ लेकर सपंत्ति का खुर्दबुर्द कर रहे है। संतई के चोले में जमीनों पर कब्जे कर उन्हें बेच रहे हैं।
तेजेंद्र जीत कौर ने कहा कि राजनैतिक संरक्षण प्राप्त अखाड़े के प्रमुख संत अवैध रूप से जमीनों को बेचकर पैसा बटोर रहे हैं। ऐसे संत का चेहरा समाज के सामने आना चाहिए। जो लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भूमाफियाओं के साथ गठजोड़ कर अखाड़े की कई जमीनें फर्जी तरीके से बेच दी गयी हैं। जो लोग ऐसी जमीनों को नासमझी में खरीद रहे हैं। उन्हें भी सचेत हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संत हमेशा ही श्रद्धालु भक्तों के उत्थान में योगदान देता है। धर्म का ज्ञान कराने में संत महापुरूषों की विशेष भूमिका होती है। लेकिन हरिद्वार के प्रमुख संत नाम पहचान और संत होने का फायदा उठाकर अपनी हठधर्मिता, जोर जबरदस्ती से जमीने बेचकर धन एकत्र कर रहे हैं।
उन्होंने जमीनों की खरीद फरोख्त में राजनैतिक पार्टी के नेताओं का भी संरक्षण दिए जाने की बात कही। तेजेंद्र जीत कौर ने कहा कि पूरा मामला कोर्ट में विचाराधीन है। अवश्य ही उन्हें न्याय मिलेगा। जो लोग दबंगई दिखाकर झूठे तरीके से असामाजिक तत्वों के गठजोड़ से जमीनों को खुर्दर्बुद करने का काम कर रहे हैं। इन लोगों के चेहरे भी बेनकाब किए जाएंगे। प्रैसवार्ता में स्वामी रूद्रानंद भी मौजूद रहे।