भागवत कथा के श्रवण से दूर होते हैं कष्ट-पंडित पवन कृष्ण शास्त्री

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अमरीश


हरिद्वार, 7 फरवरी। श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार सेवा ट्रस्ट के तत्वाधान में जगजीतपुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन की कथा सुनाते हुए भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया कि भागवत कथा श्रवण से मनुष्य के सभी कष्ट दूर होते हैं। जीवन में परिवर्तन आता है। भगवान की भक्ति करने के लिए कोई अवस्था निर्धारित नहीं है। जब भी मन करे भगवान का स्मरण करना चाहिए। भक्ति से बालक ध्रुव ने 5 वर्ष की अवस्था में ही भगवान को प्राप्त कर लिया था। शुकदेव को जन्म के बाद प्रभु के दर्शन एवं ज्ञान प्राप्ति हो गई थी। भक्ति की लगन बालपन से ही लगनी चाहिए। वेद व्यास ने श्रीमद्भागवत में भगवान के चैबीस अवतारों का विस्तार से वर्णन किया है। अवतारों की कथा श्रवण करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

कथा व्यास ने कहा कि सूर्यनारायण साक्षात देवता है। जिनके हमें प्रतिदिन प्रत्यक्ष दर्शन होते हैं। सूर्योदय से पहले उठना चाहिए। जो लोग सूर्य उदय के बाद सो कर उठते है। उनके घर में दरिद्रता का वास होता है। प्रत्येक माह एकादशी का व्रत करें। सतकर्म करें, कर्मों के हिसाब से ही व्यक्ति को स्वर्ग और नरक की प्राप्ति होती है। मुख्य जजमान पुष्पा चैहान, बृजपाल सिंह चैहान, इंदु चैहान, संजय चैहान, अनिमेष चैहान, रोहन चैहान, मंजू चैहान, पवन चैहान, ममता चैहान, राज चैहान, रिया चैहान, राजीव चैहान, अर्पित चैहान, हर्षित चैहान, ध्रुव चैहान, रेवांश चैहान, कुनाल चैहान, शालिनी ठाकुर, रेखा शर्मा, कल्पना, नूतन शर्मा, अलका, मंजू, स्वाति आदि ने भागवत पूजन किया।

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