अमरीश
हरिद्वार, 21 मार्च। श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार सेवा ट्रस्ट के तत्वाधान में रामनगर कालोनी स्थित हनुमान मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के अष्टम दिवस की कथा श्रवण कराते हुए भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया कि प्रथम नवरात्रि से हिंदू नव वर्ष प्रारंभ होता है। आज के दिन से ही सतयुग का प्रारंभ, महाभारत युद्ध की समाप्ति पर युद्धिष्ठर का राज्याभिषेक तथा भगवान श्रीराम का राजतिलक हुआ था। सभी को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि को ही नववर्ष मनाते हुए अपने घरों पर बंदनवार तोरण पताका लगाकर दीप प्रज्वलित करना चाहिए और घट स्थापना कर मां भगवती की पूजा अर्चना करनी चाहिए।
मां भगवती पूजा अर्चना करने से घर में धन-धान्य सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है। कथा के विश्राम पर सभी भक्तों ने कथाव्यास के सानिध्य में यज्ञ हवन कर पूर्णाहुति अर्पण की। शास्त्री जी बताया कि यज्ञ करने से समस्त देवी देवताओं की तृप्ति एवं प्रसन्नता होती है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर पर नित्य यज्ञ करना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य जजमान पार्षद रेणु अरोड़ा, समाजसेवी चिराग अरोड़ा, रिंकी भट्ट, विमला भट्ट, महेंद्र शर्मा, रिंकू शर्मा, पंडित देवेंद्र ब्रह्म, धीरज शर्मा, अनु शर्मा, बंदना अरोड़ा, दीप्ति भारद्वाज, अनिता चैधरी, किरण शर्मा, आशा मोहन, सुमन चैहान, शीतल मलिक, रोजी अरोड़ा आदि मौजूद रहे।