कमल खडका/अमरीश
हरिद्वार, 17 अगस्त। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने सड़क खुदाई के मामले को लेकर देशरक्षक तिराहे पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को निराधार बताते हुए जोरदार प्रदर्शन कर मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। महानगर अध्यक्ष यंग ब्रिगेड कांग्रेस सेवादल के प्रेम शर्मा ने कहा कि सत्ता में बैठे भाजपा के जनप्रतिनिधि अनर्गल बयानबाजी कर महापौर की छवि को धूमिल करने के प्रयास कर रहे हैं। कंपनी द्वारा तार बिछाने को लेकर सड़कों की खुदाई नियमों के अनुरूप नहीं की जा रही है।
सड़क खुदाई में यदि भ्रष्टाचार किया जा रहा है तो राज्य के त्रिवेंद्र सरकार को संज्ञान लेते हुए भ्रष्टचार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन सोची समझी नीयत के तहत महापौर अनिता शर्मा और उनके पति अशोक शर्मा पर झूठे आरोप लगाकर मुद्दे की दिशा बदली जा रही है। प्रेम शर्मा ने कहा कि शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक बैठकें तो आयोजित करते हैं। लेकिन उन बैठकों में महापौर अनिता शर्मा को आमंत्रित नहीं किया जाता है।
उल्टा भाजपा के महामंत्री विकास तिवारी अनर्गल बयानबाजी कर झूठे आरोप लगा रहे हैं। सड़क खुदाई में अगर भ्रष्टाचार हो रहा है तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को सुनिश्चित करना सरकार का दायित्व बनता है। युवा कांग्रेस की जिला प्रवक्ता नीतू बिष्ट व मेयर प्रतिनिधि वसीम सलमानी ने कहा कि सत्ता पक्ष दल बल पर मनगढंत आरोप लगाने का काम कर रहा है। कंपनी के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की मिलीभगत की भी जांच की जानी चाहिए।
मेयर पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग कर रही हैं। तथ्यहीन आरोप लगाकर भाजपा के नेता जांच को प्रभावित करने का काम कर रहे हैं। रोड़ कटिंग की जांच उच्चस्तरीय होनी चाहिए। सुमित भाटिया व हरद्वारी लाल ने कहा कि सत्ता में रहते हुए कंपनी सड़क कटिंग में भ्रष्टाचार कर रही है। लेकिन भाजपा के जनप्रतिनिधियों को इस भ्रष्टाचार का पता नहीं चल पा रहा है। उन्होंने कहा कि मात्र झूठे आरोप लगाकर मेयर को बदनाम करने का काम किया जा रहा है। जिसे किसी भी रूप में सहन नहीं किया जाएगा। कंपनी से जुड़े रोड़ कटिंग के कार्य के आदेश दिए जाने चाहिए।
जनहित में यह मामला उजागर किया जाए। भाजपा के नेता बेबुनियाद आरोप लगाकर भ्रष्टाचार को छुपाने का काम कर रहे हैं। सुनील कड़च्छ ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सड़क कटिंग की जांच के आदेश देने चाहिए। जीरो टालरेंस की सरकार के समक्ष इस तरह के मामले होना सरकार की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह लगाते हैं। प्रदर्शन करने वालों में विवेक भूषण, मनोज जाटव, जगदीप असवाल, शिवम खेवड़िया, विजय ठाकुर, संदीप कुमार, रजत जैन, रमेश, तेजपाल, नीतू शर्मा, नीलम शर्मा, अमित राजपूत आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।